मध्य प्रदेश (MP) में पिछले दिनों से जारी भारी बारिश का दौर अब अपने अंतिम प्रवास पर है। प्रदेश के मौसम में अब श्राद्धपक्ष में सामान्यतः महसूस की जाने वाली गर्मी एक बार फिर से अपने पुराने स्वरूप में लौट रही है। इस दौरान जहां आसमान खुला और मौसम साफ़ है वहीं वातावरण में तापमान में अधिकता भी अब महसूस की जाने लगी है। मानसून की समाप्ति के बाद और प्रदेश में तापमान में वृद्धि होने के बावजूद भी प्रदेश में अभी भी कुछ नए वेदर सिस्टम मौसम को प्रभावित कर रहे हैं।
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बंगाल की खाड़ी की नमी का है असर
भोपाल मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह से समाप्त हो चूका है, परन्तु बंगाल की खाड़ी में बनने वाली नमी की वजह से उठा हुआ चक्रवात अभी मध्य प्रदेश समेत कुछ राज्यों को प्रभावित कर रहा है। आने वाले 24 घंटों में एक बार फिर मध्य प्रदेश में इस वेदर सिस्टम का प्रभाव देखा जा सकता है और प्रदेश के कई संभागों के जिलों में इस दौरान सामान्य से कुछ अधिक वर्षा दर्ज की जा सकती है।
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मानसून ट्रफ पड़ा कमजोर
मानसून की विदाई के पश्चात मध्य प्रदेश को कुछ नए वेदर सिस्टम्स ने अच्छा खासा इस वर्ष प्रभावित किया है। मध्य प्रदेश के मौसम में इस प्रकार के वेदर सिस्टम्स का इतना प्रभाव पूर्व में कम ही देखने को मिला है। एक और जहां इन नए वेदर सिस्टम्स में बंगाल की खाड़ी की नमी अब भी प्रदेश के कई संभागों के जिलों को प्रभावित कर रही है, वहीं हिमालय से उठने वाला मानसून ट्रफ अब कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है।
इन जिलों में होगी आज वर्षा जारी है अलर्ट
भोपाल मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में बंगाल की खाड़ी का लगातार असर ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में देखने को मिल रहा है, आने वाले 24 घंटों में भी इन संभागों के जिलों में सामान्य से कुछ तेज वर्षा दर्ज की जा सकती है। इसके साथ ही प्रदेश की राजधानी भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, सागर, संभागों के जिलों में हल्की से सामान्य वर्षा दर्ज की जा सकती है।