भोपाल: मध्यप्रदेश में होने वाले 28 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि मध्यप्रदेश की सभी 28 विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। 10 नवंबर को नतीजों का ऐलान होगा। चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है।
मध्यप्रदेश के साथ ही आयोग ने गुजरात, ओडिशा, नगालैंड, मणिपुर समेत कई प्रदेशों की 56 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। हालांकि, चुनाव आयोग ने फैसला किया है कि असम, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की 7 सीटों पर उपचुनाव नहीं होगा।
मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद खाली हुई हैं जबकि 3 सीटें विधायकों के निधन के चलते रिक्त हुई हैं। सुमावली, मुरैना, दिमनी अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करेरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, सांची, अनूपपुर, सांवेर, हाटपिपल्या, सुवासरा, बदनावर, आगर-मालवा, जौरा, नेपानगर, मलहारा, मंधाता और ब्यावरा में उपचुनाव हैं।
गौरतलब है कि 22 विधायकों ने इसी साल 10 मार्च को कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था, जिसके चलते कमलनाथ सरकार को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था। इसके बाद 12 जुलाई को बड़ा मलहरा से कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी और 17 जुलाई को नेपानगर से कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी कसडेकर ने भी कांग्रेस छोड़ बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
वहीं, 23 जुलाई को मांधाता से कांग्रेस विधायक ने भी शिवराज सिंह चौहान के सरण में चले गए। इस तरह से 25 सीटें रिक्त हुई हैं जबकि दो विधायकों का निधन हो जाने से सीटें खाली हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए 22 में से 14 नेताओं को शिवराज मंत्रिमंडल में जगह मिली है।