मध्यप्रदेश में एक बार फिर तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने राज्य सरकार के विरुद्ध अपना मोर्चा खोल दिया है। 20 मार्च मतलब आज सोमवार से तहसीलदार और नायब तहसीलदार सामूहिक अवकाश पर जा रहे है। 3 दिवसीय इस अवकाश पर जाने की बड़ी वजह उनकी सरकार से नाराजगी है। पदोन्नति लिस्ट नहीं आने से गुस्से में चल रहे मध्यप्रदेश में सेवारत तहसीलदार और नायब तहसीलदार 20 मार्च से सामूहिक अवकाश पर जाने की घोषणा कई दिन पहले कर दी थी उन्हें उम्मीद थी कि सरकार उनके हित में निर्धारित समय में निर्णय ले लेगी परन्तु ऐसा नही हुआ।
इंदौर सहित प्रदेशभर के तहसीलदार-नायब तहसीलदार आज से तीन दिन के सामुहिक अवकाश पर चले गए हैं। इतना ही नहीं, प्रशासन के जो व्हाट्सएप ग्रुप हैं। उसे भी इन तहसीलदारों ने फिलहाल छोड़ दिया है। अपनी मांगों को लेकर पिछले कई समय से निरंतर शासन-प्रशासन को ज्ञापन भी देते रहे हैं और सभी सरकारी कर्मचारियों में आक्रोश भी है कि सरकार उनकी जायज मांगों को वर्षों से लटका कर रखा हुआ है। चूंकि यह चुनावी वर्ष है, लिहाजा सरकार जिस तरह से हर श्रेणी हर वर्ग को संतुष्ट करने में जुटी है, ऐसे में उसके महत्वपूर्ण अंग राजस्व अमले को नहीं छोड़ सकती। मध्यप्रदेश कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा अधिकारी संघ के बैनर तले यह सामुहिक अवकाश शुरू हुआ है। अभी बेमौसम बारिश-ओले के कारण फसलों को भी ख़ासा नुकसान हुआ है, जिसका सर्वे शुरू होना है, मगर हड़ताल के कारण यह कार्य भी प्रभावित होगा और अन्य सरकारी योजनाओं पर भी असर पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने ओलावृष्टि पर अभी 11 बजे से बैठक भी बुलाई है , लिहाजा संभव है कि शासन आज ही वार्ता के लिए बुलाकर सामुहिक अवकाश के इस गतिरोध को समाप्त करे।
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सरकारी वाहन भी होंगे जमा
ऐसा भी बताया जा रहा है कि सभी अधिकारी आज अपने अपने सरकारी वाहन भी जमा कराएंगे। तहसीलदार और नायब तहसीलदार रविवार रात में सरकारी वॉट्सएप ग्रुप से लेफ्ट हो जाएंगे। अफसरों का यह अवकाश तीन दिनों का होगा मतलब वे 20 मार्च से 3 दिन के सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। वे पदोन्नति सूची नहीं आने से खफा हैं। प्रदेश में तहसीलदारों को कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और नायब तहसीलदारों को तहसीलदार बनाने का मसला पिछले एक महीने से गरमाया हुआ है।
प्रमोशन सूची जारी ना होने से नाराज
इसी के साथ आपको बता दें कि वे चाहते हैं कि कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदार को लेकर आदेश जीएडी मतलब सामान्य प्रशासन विभाग ही निकाले, ताकि जिलों में उन्हें पदोन्नति उसी तहसील पर मिले, जो की गई है। इससे प्रभार के संबंध में दुविधा या दुरुपयोग नहीं होगा और अफसरों के सम्मान को ठेस भी नहीं पहुंचेगी। हालांकि, अब तक सूची जारी नहीं हुई है, इसलिए उन्होंने कलेक्टरों को सामूहिक अवकाश पर जाने का मन बना लिया है। सभी तहसीलदार रविवार रात 8 बजे आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप से भी एक साथ लेफ्ट होंगे।