MP: 9वीं की किताब में साधु-संतों पर विवादित टिप्पणी, VHP ने जताई आपत्ति

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बाबा, साधु, संतों, महात्माओं को मध्य प्रदेश बोर्ड के 9वीं से 12वीं के केमिस्ट्री सब्जेक्ट के पाठ्यक्रम में ढोंगी बताया गया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसे सनातन का अपमान बताया है।

दरअसल, मध्य प्रदेश बोर्ड के 9वीं कक्षा की किताब के एक चैप्टर में लिखा गया है की ‘इस प्रयोग को दिखाकर ढोंगी बाबा गांव में ग्रामीण जनता को यह बताता है कि वह बहुत सिद्ध बाबा है। इसके बाद ग्रामीण जनता भी ढोंगी बाबा की बातों में आ जाती है। इसी का लाभ उठाकर बाबा ग्रामीणों को ठग लेता है। इसके माध्यम से हमें बच्चों को ये बताना है की आग रासायनिक क्रिया से उत्पन्न होती है नाकि किसी तंत्र या विद्या से।

सभी संतों को किस तरह सवालों के घेरे में डाला गया?

विश्व हिंदू परिषद ने इस पुरे ममले में अपना विरोध जताया है। इस पर वीएचपी के प्रांत प्रचार प्रसार प्रमुख जितेंद्र सिंह चौहान ने कहा है की विषय में हिंदू धर्म के साधु, संत, बाबा शब्दों का उपयोग जागरूकता की दृष्टि से किया गया है। हमें हर धर्म में भ्रम फ़ैलाने वाले मिल जाते हैं। आगे उन्होंने कहा की गलत प्रवृत्ति के लोग हमें हर धर्म में मिल जायेंगे चाहे वो हिन्दू हो या मुसलमान या कोई अन्य धर्म, लेकिन ऐसे में केवल साधु और संतों जैसे शब्द का उपयोग करना सही नहीं है। ऐसे में सभी संतो को सवालों के घेरे में क्यों खड़ा किया गया ?

जांच के बाद आरोपियों पर हो कड़ी कार्यवाई

जितेंद्र सिंह ने आगे कहा की साधु और संतों जैसे शब्दों का उपयोग कर उनके बारे में ऐसा लिखना धर्म विशेष के प्रति नफरत को दर्शाता है। उन्होंने मपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में तत्काल बदलाव की मांग सरकार से की है। साथ ही इसमें जो लोग भी ज़िम्मेदार हैं उनके खिलाफ कार्यवाई करने की मांग भी की है।