मां जिजाऊ की स्वराज्य स्वाभिमान यात्रा से रोशन होगी मां अहिल्या की नगरी

Deepak Meena
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माँ जिजाऊ की स्वराज्य स्वाभिमान यात्रा से रोशन होगी माँ अहिल्या की नगरी

राजवाड़ा पर 10,000 से अधिक महिलाओं द्वारा हनुमान चालीसा के पाठ के बाद आरंभ होगी स्वराज्य स्वाभिमान यात्रा

सदियों के इंतज़ार के बाद बन रहे भव्य राम मंदिर को समर्पित होगा सामुहिक हनुमान चालीसा का पाठ

इंदौर : सदियों के वनवास से लौट कर आये रामलला के स्वागत में लगभग 10,000 महिलाएं इंदौर के राजवाड़ा पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगी तत्पश्चात शुरू होगी स्वराज्य स्वाभिमान यात्रा। पिछले 200 सालों से मराठा वैभव का साक्षी रहा राजवाड़ा एक बार पुनः मराठा समाजजनों की उपस्थिति में जगमगा उठेगा। स्वराज्य स्वाभिमान यात्रा का पथ पथसंचलन 12 जनवरी 2024 जिजाऊ जयंती पर राजवाड़ा से निकल कर हजारों लोगों की संख्या में जिजाऊ चौक (तीन पुलिया ) पहुँचेगा। पिछले वर्ष 400 किलोमीटर दूर से जिजामाता की जन्मस्थली की माटी एवं कलश दिव्य रथ में सवार हो कर स्वराज्य जननी जिजामाता की प्रतिमा स्थापित की गयी थी। 12 जनवरी को नगर भ्रमण में हजारों की संख्या में समाज जन पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होंगे।

सर्व मराठी भाषी संघ की अध्यक्ष श्रीमती युवराज काशिद ने बताया कि

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य सर्व मराठी भाषीय समाजजन को एकत्र करने एवं शिवाजी महाराज के हिंदवी स्वराज्य के इतिहास से अवगत करवाना है इंदौर माँ अहिल्या की पावन नगरी है यहाँ बड़ी संख्या में मराठी समाज रहता है लेकिन राजमाता जिजाऊ की कोई प्रतिमा इंदौर में अब तक नहीं थी जो स्वराज्य स्वाभिमान उत्सव के तहत बीते वर्ष 2023 में स्थापित की गई। जिससे केवल मराठी भाषी ही नहीं बल्कि हर एक भारत वासी को गौरवान्वित होने का अहसास हुआ। साथ ही इस वर्ष 22 जनवरी 2024 को सदियों के इंतज़ार के बाद हम सब के आदर्श रामलला के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है रामलला के सत्कार एवं सम्मान में हम लगभग 10,000 महिलाओं द्वारा राजवाड़ा पर हनुमान चालिसा का सामूहिक पाठ करेंगे उसके बाद विधिवत पूजा अर्चना के बाद पदयात्रा आरंभ होगी जिसमें महिलाएं जिजामाता के वेश में और छोटे बच्चे छत्रपति शिवाजी महाराज के रूप में शामिल होंगे ।

निःशुल्क शिवकालीन शस्त्र कला प्रशिक्षण

स्वाति काशिद ने आगे बताया महिलाओं और युवतियों पर बढ़ते अत्याचार जैसे छेड़छाड़ और लव जिहाद जैसे बढ़ते अपराधों को दखते हुए हमारी संस्था द्वारा यह फैसला लिया गया कि इस वर्ष हम जिजाऊ जनमोत्स्व 6 दिवसीय निशुल्क शस्त्र कला प्रशिक्षण के साथ मनाए जिसमें महिलाएं, युवतियां एवं छोटे बच्चे लाठी काठी, दानपट्टा, तलवारबाजी, ढोल-लेजिम, ध्वजपथक का प्रशिक्षण ले रहे है।यह शिविर सभी के लिए 5 जनवरी से 11जनवरी तक शाम 5 बजे से 9 बजे तक चलता है जिसमें सैकड़ो की संख्या में महिलाएं, युवतियां एवं बच्चे शामिल हो रहे है।