इंदौर के पूर्व कलेक्टर अजीत जोगी की प्रथम पूण्य तिथि

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By Mohit DevkarPublished On: May 29, 2021

छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री और इंदौर वासियों के प्रिय रहें पूर्व कलेक्टर अजीत प्रमोद कुमार जोगी को इंदौरवासी ना भूले हैं और ना ही भूला पाएँगे I उनके करीबी रहे इकबाल खान, अक्षय तिवारी,गिरधर नागर, हिमांशु पंचोली, रतन जायसवाल,दिनेश जायसवाल, मदन परमालिया,अरुण घोलप आदि ने उनके प्रथम पुण्य स्मरण दिवस पर आज उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद किया। इंदौर से जुडी उनकी यादों के साथ उनकी पांच वर्ष की कलेक्टरी के कार्यकाल को भी याद किया ।


कुछ यादें जिन्होंने उन्हें लोकप्रिय बनाया वे जब आय.पी.एस.थे तब उन्हें इंदौर के ग्रामीण क्षेत्र देपालपुर में एस.डी.पी.ओ.के पद पर कार्य करने का अवसर मिला I बाद में आय.ए.एस. बनने के साथ उनकी कुशल कार्यप्रणाली को दृष्टिगत रखते हुए मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने उनका स्थानांतर इंदौर कलेक्टर के रूप में किया I सशक्त, दयावान,सीधे सम्पर्क जैसी उनकी कार्यशैली ने उन्हें प्रदेश का लोकप्रिय कलेक्टर बना दिया I ग्रामीणों से, सभी धर्मों के लोगों से, नेताओं से उनका सीधा सम्पर्क होने के फलस्वरूप उन्हें इंदौर में सबसे ज्यादा अवधि पांच वर्ष तक कलेक्टर के पद पर कार्य करने का अवसर मिला ताकि इंदौर में शांति, सदभावना के साथ सभी धर्मों के बीच न केवल समानता का दृष्टिकोण हो बल्कि एकता, भाईचारा को भी बढावा मिल सकें  उन्होंने इंदौर के कलेक्टर रहते हुए आसमानी हवाओं में पंखों से उड़ाने भी भरी I गणेश विसर्जन की झांकियों के साथ घोड़े पर उनका चलना कोई नहीं भूल सकता। अपने कार्यकाल के दौरान सबके लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले रहते थे ताकि आपसी सामंजस्य की उनकी प्रशासन शैली में कोई कमी न रह जाएं I यहीं नहीं 1984 में हुए दंगों के दौरान जोगी ने इंदौर के राजवाडा के अग्रभाग को उन्होंने अग्नि ध्वस्त होने से बचाया I इंदौर में दूध की हडताल के समय उन्होंने दूसरे शहरों से दूध की आपूर्ति कराई I उनका यह कार्यकाल उनकी एक ऐसी उपलब्धि बन गई जिसने उन्हें मप्र डेयरी विकास विभाग में हुए स्थानांतर को लेकर ज्वाईनिंग देने के बजाए स्वर्गीय राजीव गांधी के कहने मात्र से प्रशासनिक सेवा को त्यागकर राजनीति में आना पडा I वे एक ऐसे कोविद थे जिन्हें सभी धर्मो का ज्ञान था I उन्होंने एल.एल.बी.की पढ़ाई भी आनर्स में उत्तीर्ण की थी । इसलिए कानून का भी उन्हें अतिरिक्त ज्ञान था अर्जुनसिंह के कार्यकाल में उन्होंने लालबाग को आम जनता को सौपने में अपनी महती भूमिका अदा की I वे स्व.राजीव गाँधी के काफी नजदीक माने जाते थे  वे कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहें।

मनीष सिंह में है उनकी छवि

वर्तमान इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह में अजीत जोगी की छवि स्पष्ट दिखाई देती है। जिस तरह अजीत जोगी इंदौर के लोगों में पूरी तरह घुल मिल गए थे उसी तरह मनीष सिंह भी इंदौर के लोगों को अपने लगने लगे हैं। ज्यादा से ज्यादा काम करना लोगों से मेल मुलाकात करना अजीत जोगी की कार्यशैली का एक बड़ा हिस्सा था। उसी तरह मनीष सिंह भी इस कार्यशैली का अनुसरण करते हैं । अजीत जोगी के इंदौर के विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं,विभिन्न समाजों के प्रमुखों समाज सेवियों , व्यवसाइयों, पत्रकारों से काफी मधुर संबंध थे । इसी तरह मनीष सिंह भी सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं समाज सेवियों, समाजों के प्रमुखों पत्रकारों से मधुर संबंध निभाने के लिए जाने जाते हैं। कलेक्टर रहते हुए अजीत जोगी भी तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के काफी करीबी माने जाते थे वही वर्तमान कलेक्टर मनीष सिंह को भी वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का काफी करीबी माना जाता है।