सुबह की शुरुआत: रिलायंस ग्रुप- एक सफल यात्रा के साथ

Author Picture
By Rishabh NamdevPublished On: September 20, 2023

भारत में व्यापार के क्षेत्र में रिलायंस ग्रुप का एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह ग्रुप अपनी सफल यात्रा के साथ आज एक विश्वस्तरीय नाम बन चुका है। इस लेख में, हम देखेंगे कि रिलायंस ग्रुप का एम्पायर कैसे शुरू हुआ और कैसे यह एक सफल जर्नी पर निकल पड़ा।

गुजरात का निवास:
रिलायंस ग्रुप के मूल संस्थापक, धीरुभाई अंबानी, 28 दिसंबर 1932 को गुजरात के मोदीशहर में पैदा हुए थे। वह गुजरात के छोटे से गांव से थे, लेकिन उनमें व्यापार के प्रति बेहद उत्साह था।

सुबह की शुरुआत: रिलायंस ग्रुप- एक सफल यात्रा के साथ

पहला कदम:
धीरुभाई ने 1957 में युवाओं के लिए पेट्रोल पंप खोलने का सपना देखा और उन्होंने गुजरात में अपना पहला पेट्रोल पंप खोला। इसके बाद, उन्होंने पॉलियेस्टर धागा बनाने की शुरुआत की, जिससे उन्होंने अपने व्यापार की बढ़ती हुई मांग को पूरा किया।

रिलायंस इंडस्ट्रीज की शुरुआत:
धीरुभाई अंबानी ने 1957 में रिलायंस इंडस्ट्रीज की शुरुआत की, जिसमें पॉलियेस्टर की निर्माण शुरू की गई। इससे वह व्यापार में विशेषज्ञता प्राप्त करने लगे और उनकी कंपनी तेजी से बढ़ती गई।

जिओ का आगमन:
रिलायंस ग्रुप ने टेलीकॉम सेक्टर में जिओ के रूप में एक वापसी की, जिसने भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री को पूरी तरह से प्रभावित किया। जिओ के आगमन के बाद, भारत में डिजिटल सुविधाओं की पहुंच में वृद्धि हुई और दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल आपरेटर्स में से एक बन गए।

रिलायंस ग्रुप की इस सफल यात्रा में कई मुद्दों का समावेश है, जैसे कि व्यापारिक धारा में निवेश, उत्पादन, और नवाचार। धीरुभाई अंबानी के आदर्शों का पालन करते हुए, रिलायंस ग्रुप ने भारतीय व्यापारिक संस्थानों के रूप में गर्व हासिल किया है और आगे भी सफलता की ओर बढ़ रहा है।

इस तरह, रिलायंस ग्रुप का एम्पायर अपनी यात्रा को एक सफलता की ओर बढ़ाते हुए भारतीय व्यापार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान पर पहुंचा है।