ज्योतिर्विद डॉ. रामकृष्ण डी तिवारी
सितम्बर 2020 में मेरी पत्नी के माताजी-पिताजी एवं चचेरे भाई का निधन का हो गया। इसमें से दो का कारण कोरोना महामारी थी। तब से इस रोग के लिए अचूक आध्यात्मिक उपाय सोचने के लिए लगातार अध्ययन करता रहा। इस चिंतन में मेरा झुकाव मातारानी की ओर इसलिए हुआ की माँ ही अपने भक्तों को रक्षा प्रदान करती हैं। इससे मुझे यह सरल उपाय मिल गए। इसका उपयोग मैनें देश-विदेश के विभिन्न धर्म सम्प्रदाय के 648 व्यक्तियों पर अभी तक किए। जिसमें आठ व्यक्तियों पर निराशाजनक परिणाम आए। अन्य सभी चिकित्सीय सहायता से इस रोग पर विजय प्राप्त करके आ गए।
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इस मंत्र का प्रयोग जो भी करें उसके लिए प्रथम आवश्यकता उसकी शुद्धता-पवित्रता-विश्वास है। इस के साथ पूर्व अथवा उत्तर दिशा की ओर अपना मुंह करके 108 बार जप करें। यदि रोगग्रस्त व्यक्ति नहीं कर पाया तो उसके लिए उसके परिजन-मित्र भी उसका पूरा नाम व गोत्र सरनेम बोलकर उसके लिए कर दें। यदि रोग की स्थिति गंभीर हो तो जप करके रोगी के उपर अथवा उसके चित्र पर तीन बार फूंक मार दें।सामान्य व्यक्ति यदि इस मंत्र को प्रतिदिन 27 बार करें तो वह भी इस महामारी की चपेट से सुरक्षित रहेगा । इस तरह के अन्य उपायों के लिए हमारी वेब साइट tiwaripanditji.com देखें अथवा किसी भी प्रकार की जानकारी और सहायता के लिये हमें इस नम्बर पर Whatsapp करिये – +91 7869752052 इस आलेख का अंग्रेजी रूपान्तरण हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। इस आलेख को अधिक प्रचारित कर इस महामारी की मुक्ति में सहयोगी बनकर पुण्य के भागी बनें यही कामना हैं।
मंत्र – जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तु ते।।