भाजपा इंदौर महानगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने 20 दिन पहले पद ग्रहण किया, लेकिन अब तक वे अपनी कुर्सी पर नहीं बैठे हैं। हालांकि, संगठन के कार्यों की जिम्मेदारी उन्होंने पूरी तरह से संभाल ली है, लेकिन फैसले अन्य स्थान से लिए जा रहे हैं। इस पर पार्टी और कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा तेज हो गई है कि वे अपनी कुर्सी पर क्यों नहीं बैठ रहे। शुरुआत में इसे शुभ मुहूर्त से जोड़ा गया था, लेकिन अब पूजा-पाठ भी हो चुका है। फिर भी, वे कुर्सी पर बैठ रहे हैं। इस पर सवाल किए जाने पर उन्होंने इसे बेवजह की बहस करार दिया और कहा कि राजनीति में इस तरह के मुद्दों पर हमेशा शोर मचता है, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। संगठन का काम पहले ही शुरू हो चुका है और इस समय उनका ध्यान आजीवन सहयोग निधि अभियान पर केंद्रित है।
30 जनवरी को अध्यक्ष बने सुमित मिश्रा
30 जनवरी को भाजपा प्रदेश संगठन ने सुमित मिश्रा और श्रवणसिंह चावड़ा को क्रमशः नगर और ग्रामीण अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया था। जहां चावड़ा ने 11 फरवरी को पूजा-पाठ करके अपनी कुर्सी ग्रहण कर ली, वहीं मिश्रा अभी भी नगर अध्यक्ष की कुर्सी से दूर हैं। उन्होंने कार्यालय में रामायण पाठ और कन्या पूजन का आयोजन तो किया, लेकिन कुर्सी पर बैठने का कोई इरादा जाहिर नहीं किया। इस पर पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में यह सवाल उठ रहा है कि मिश्रा किस खास अवसर का इंतजार कर रहे हैं। चर्चा है कि वे कुछ वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अपनी कुर्सी ग्रहण करना चाहते हैं।
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रमेश मेंदोला और गोपी नेमा के संदर्भ में सुमित मिश्रा का दृष्टिकोण
मिश्रा ने इस मुद्दे पर अधिक टिप्पणी करने से परहेज करते हुए केवल इतना कहा कि जब विधायक रमेश मेंदोला नगर अध्यक्ष थे, तो वे ज्यादातर समय कार्यक्षेत्र में सक्रिय रहते थे और कभी अपनी कुर्सी पर नहीं बैठे। इसी तरह, गोपीकृष्ण नेमा ने भी नगर अध्यक्ष रहते हुए अपनी कुर्सी पर बैठने की बजाय हमेशा कार्यकर्ताओं के बीच रहकर संगठन के कार्य किए। उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए वे भी संगठन के कार्यों में व्यस्त हैं।
मिश्रा का फोकस आजीवन सहयोग निधि अभियान पर
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भाजपा के आजीवन सहयोग निधि अभियान के तहत प्रत्येक वार्ड और विधानसभा क्षेत्र को निर्धारित लक्ष्य सौंपे गए हैं। इस पहल की शुरुआत करते हुए, वार्ड 47 के पार्षद नंदकिशोर पहाड़िया और वार्ड अध्यक्ष अजेश सिरा ने 5 लाख 11 हजार रुपये का चेक विधायक महेंद्र हार्डिया और निधि प्रभारी अजीत सिंह रघुवंशी को सौंपा। इसके अतिरिक्त, वार्ड 3 से 51 लाख रुपये, राऊ और वार्ड 5 से 15-15 लाख रुपये की राशि पहले ही घोषित की जा चुकी है। इस अभियान से 3 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा होने का अनुमान है। मिश्रा ने कहा कि वे पूरी तरह से संगठन के कार्यों में व्यस्त हैं, और विधानसभा एवं वार्डों में जाकर कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कुर्सी पर बैठना कोई मायने नहीं रखता, बल्कि संगठन की मजबूती उनकी प्रमुख प्राथमिकता है। पार्टी के भीतर उनकी कार्यशैली पर चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन वे इसे अनावश्यक मानते हुए अपने काम में पूरी तरह से संलग्न हैं।