त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मंगलवार को गश्त पर निकले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कर्मियों पर उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) के उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया जिसमें बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंचनपुर सब-डिविजन के पानीसागर सेक्टर की 145वीं BSF बटालियन की एक टीम सीमावर्ती इलाकों में गश्त के लिए गई थी, तभी उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT) के एक गुट के उग्रवादियों ने घात लगाकर जवानों पर फायरिंग कर दी। जवाब में BSF के जवानों ने भी फायरिंग की, जिसके बाद उग्रवादी घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए। घटना शुक्रवार को उत्तरी त्रिपुरा जिले के आनंदबाजार पुलिस थाने के अंतर्गत सुबह करीब 8.30 बजे सिमनापुर सीमा चौकी पर हुई. जिसमें हवलदार गिरजेश कुमार उदय गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें एयरलिफ्ट करके तुरंत अगरतला के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
HC Girjesh Kr Uddey succumbed during treatment of the bullet injuries he suffered. He was part of a BSF patrol team that came under firing in Sector Panisagar, Tripura by suspected NLFT(BM) insurgents. https://t.co/a04De4uGXN pic.twitter.com/TutmyP1o7j
— ANI (@ANI) August 19, 2022
Also Read: यूपी के गोंडा में रिटायर्ड गन्ना कर्मचारी की हत्या, अपहरण कर मांगे थे इतने लाख
अधिकारी के मुताबिक हर दिन की तरह आज भी बीएसएफ के जवान सिमनापुर सीमा चौकी में सीमावर्ती इलाकों में गश्त कर रहे थे. इसी दौरान कांटेदार तार की बाड़ के दूसरी तरफ घात लगाकर बैठे एनएलएफटी उग्रवादियों ने अचानक बीएसएफ जवानों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं. बीएसएफ के जवानों ने भी गोलीबारी तेज कर दी, इस पर उग्रवादी बांग्लादेश की तरफ जंगल की ओर भाग गए. बीएसएफ के अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. शहीद हुए जवान के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अगरतला के जीबी पंत अस्पताल भेज दिया गया है. शहीद हवलदार मध्य प्रदेश का रहने वाला बीएसएफ की 145 बटालियन का था. वहीं घटना के तुरंत बाद बीएसएफ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए. बता दें कि त्रिपुरा बांग्लादेश के साथ 856 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है