हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली का पर्व मनाया जाता है। वहीं होली के ठीक एक दिन पहले होलिका दहन करने की परंपरा है। इस साल होली का ये पावन पर्व 7 और 8 मार्च को मनाया जाएगा। यानी 7 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा और 8 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी। होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है।
फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है, जो कि इस बार 7 मार्च, मंगलवार को है। वहीं अगले दिन चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को होली खेली जाएगी। वहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने नागरिकों व होलिका दहन आयोजन समितियों से अपील कि है कि, होली का पावन त्यौहार पुरे हर्ष उल्लास, उत्साह और पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ मनाएं।
शहर के एयर क्वालिटी इंडेक्स, वायु शुद्धता की दृष्टि से और सनातन धर्म की परंपरा के अनुसार होलिका दहन में कंडे व गो कास्ट का उपयोग करें। साथ ही महापौर ने जनता से आह्वान किया कि स्वच्छता के साथ-साथ इंदौर को वायु शुद्धता में भी नंबर वन बनाना है। शहर के कई प्रमुख स्थानों पर स्वयंसेवक कार्यकर्ताओं के माध्यम से कंडे व गो कास्ट की उपलब्धता सुनिश्चित करवाई गई है। साथ ही यह निवेदन किया कि गो कास्ट का उपयोग होलिका दहन समिति होलिका दहन हेतु करे।