बिहार विधानसभा में बिना किसी गठबंधन के अकेली चुनाव लड़ने वाली एलजेपी पार्टी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके बेटे चिराग पासवान के नेतृत्व में एलजेपी ने अपने 137 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे लेकिन उनमें से सिर्फ एक सीट ही पार्टी हासिल कर पाई। मटिहानी सीट से जेडीयू के नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह को एलजेपी उम्मीदवार राज कुमार सिंह ने सिर्फ 333 वोटो से हराया। इस सीट पर एलजेपी उम्मीदवार को 61,364 वोट प्राप्त हुए जबकि जेडीयू के उम्मीदवार बोगो सिंह को 61,031 वोट मिले।
बिहार में हुई मोदी की जीत
एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बीते दिन मंगलवार शाम को ट्वीट करते हुए कहा कि बिहार के लोगो ने सिर्फ पीएम मोदी जी पर अपना विश्वास जताया है। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव के परिणमो पता चलता है कि लोग बीजेपी के लिए लिए उत्साहित हैं। उन्होंने इस जीत को पीएम मोदी की जीत बताया है।
उमीदवारो को दे बधाई
वहीं चिराग पासवान ने एलजेपी से चुनावी मैदान में उतरने वाले सभी प्रत्याशियों को बधाई देते हुए भविष्य में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि एलजेपी के सभी उम्मीदवारों ने अकेले चुनाव लड़ा इस चुनाव से पार्टी का वोट शेयर भी बढ़ा। पार्टी ‘बिहार पहले बिहारी पहले’ संकल्प के साथ चुनाव में उतरी थी लेकिन कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई। चुनाव के नतीजे आने के बाद चिराग ने कहा कि पार्टी हर जिले में मजबूत हुई है, भविष्य में उसे और भी फायदा होगा।
चिराग ने इस विधानसभा चुनाव मे बीजेपी की 5 सीट छोड़ कर, जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए थे। नीतीश कुमार से खफा चल रहे है चिराग ने एलजेपी से अलग होकर बिहार में बीजेपी के 25 बागी नेताओं को टिकट दिया था, जो एलजेपी में शामिल हो गए थे। लेकिन पिछले बार की तुलना में उनका इस बार प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा।