Maharashtra CM : हाल ही में, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी। महायुति और महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन की पार्टियों के बीच सत्ता पाने के लिए संघर्ष तेज हो गया था। 23 नवंबर को चुनाव परिणामों के बाद, महागठबंधन की हार के कारण यह सवाल उठने लगा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। इस पर कई नामों की चर्चा हुई, जिनमें एकनाथ शिंदे का नाम भी प्रमुख था। हालांकि, एकनाथ शिंदे ने 27 नवंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह स्पष्ट कर दिया कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी (BJP) से हो सकता है।
क्या देवेन्द्र फड़नवीस बनेंगे मुख्यमंत्री?
शिंदे की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, देवेंद्र फड़नवीस के मुख्यमंत्री बनने की संभावना बलवती हो गई है। लेकिन क्या ग्रह-नक्षत्र और ज्योतिषीय संकेत इस पद पर उनके जाने का रास्ता साफ कर रहे हैं? यह सवाल अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। ज्योतिषी इस बात का अनुमान लगा रहे हैं कि 2 दिसंबर को होने वाली शपथ ग्रहण समारोह में क्या नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फड़नवीस का नाम सामने आएगा।
क्या महाराष्ट्र को मिलेगा नया मुख्यमंत्री?
ज्योतिष के अनुसार, 2 दिसंबर का दिन महाराष्ट्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकता है। यह दिन हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, जो शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त मानी जाती है। सोमवार को होने के कारण, यह दिन विशेष रूप से शुभ है। इस दिन ज्येष्ठा नक्षत्र रहेगा, जिसका स्वामी बुध है, और यह नक्षत्र 3:46 बजे तक प्रभावी रहेगा। इसके बाद, मूल नक्षत्र का प्रभाव शुरु होगा, जो ज्योतिषी के अनुसार शुभ नहीं माना जाता है।
हालांकि, 2 दिसंबर को धृति योग का निर्माण हो रहा है, जो नए कार्यों के लिए मंगलकारी और शुभ माना जाता है। इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त 11:49 बजे से 12:31 बजे तक रहेगा, जो शपथ ग्रहण के लिए एक उत्तम समय हो सकता है।
शनि की साढ़े साती और देवेंद्र फड़नवीस की कुंडली
देवेंद्र फड़नवीस की जन्म कुंडली में शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है, जो उनके लिए कुछ चुनौतियों का कारण बन सकता है। फड़नवीस का जन्म 22 जुलाई 1970 को नागपुर में हुआ था, और उनकी राशि कर्क और कुंभ है। उनकी कुंडली में शनि दसवें घर में स्थित है, जो कि जनता के साथ उनके संबंधों को दर्शाता है। इस घर पर बृहस्पति की दृष्टि है, जो नेताओं का समर्थन और सहयोग देने का संकेत देता है।
इस समय शनि की साढ़े साती के कारण फड़नवीस को कुछ संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन बृहस्पति का सहयोग उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। उनके कुंडली में बृहस्पति का स्थान जनता और सत्ता के लिए शुभ संकेत देता है।
फड़नवीस की कुंडली में शुभ संकेत
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, देवेंद्र फड़नवीस इस समय केतु के प्रभाव में हैं, लेकिन 27 नवंबर के बाद से उन्हें सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस दिन से बृहस्पति की महादशा में केतु, चंद्र और शुक्र की युति बन रही है, जो उन्हें आलाकमान से सहयोग मिलने का संकेत देती है।
इसके अलावा, 1 दिसंबर तक बृहस्पति का साथ उनके लिए लाभकारी रहेगा, और इस समय के दौरान वे पार्टी और राजनीति के वरिष्ठ नेताओं से समर्थन प्राप्त कर सकते हैं। इस समय के दौरान उनका राजनीति में प्रभाव बढ़ सकता है, और वे मुख्यमंत्री पद के करीब पहुंच सकते हैं।
फड़नवीस मुख्यमंत्री बनने के करीब
ज्योतिष के हिसाब से, देवेंद्र फड़नवीस मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे करीब हैं। उनके कुंडली में बृहस्पति की महत्वपूर्ण भूमिका है, जो उन्हें संकट के समय मदद देने वाले लोगों से समर्थन दिलवाती है। केतु और बृहस्पति की युति उन्हें जल्द ही शुभ फल देने में सक्षम बनाती है।
2 दिसंबर को जब बुध ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी के रूप में गोचर करेगा, तो यह समय उनके लिए और भी शुभ हो सकता है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, देवेंद्र फड़नवीस के मुख्यमंत्री बनने के आसार काफी मजबूत नजर आ रहे हैं।