मुंबई : मैक्लिओड्स फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड, जो भारत की अग्रणी, वर्टिकली एकीकृत, वैश्विक फार्मास्यूटिकल्स कंपनियों में से एक है, ने अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (“डीआरएचपी”) बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (“सेबी”) के यहाँ दाखिल किया है। आईपीओ में प्रवर्तक और प्रवर्तक समूह के विक्रेता शेयरधारकों के 60.48 मिलियन शेयरों तक का ऑफर फॉर सेल (“ऑफर फॉर सेल”) शामिल है।
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1989 में स्थापित, मैक्लिओड्स घरेलू बिक्री के आधार पर 30 सितंबर, 2021 को समाप्त छह महीनों के लिए भारतीय फार्मास्युटिकल बाजार (आईपीएम, स्रोत: आईक्यूवीआईए डेटासेट) की 7वीं सबसे बड़ी कंपनी है।
उत्तरी अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, एशिया, दक्षिण अमेरिका और स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल जैसे विकसित और उभरते बाजारों के 170 से अधिक देशों में कंपनी की व्यापक वैश्विक उपस्थिति है। भारत के बाहर परिचालन से प्राप्त होने वाला राजस्व वित्त वर्ष 2019 से वित्तीय वर्ष 2021 तक 21.51% की सीएजीआर से बढ़ा और वित्तीय वर्ष 2021 में परिचालन से प्राप्त राजस्व का 48.27% रहा।
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Macleods Pharma IPO की खास बातें
-फार्मा कंपनी Macleods Pharma का 5 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का होगा।
-कंपनी के प्रमोटर्स ओएफएस के जरिए 6.05 करोड़ शेयरों की बिक्री करेंगे।
-सेबी के पास दाखिल डीआरएचपी के मुताबिक आईपीओ के तहत कुछ हिस्सा कंपनी के कर्मियों के लिए आरक्षित किया जाएगा।
-इश्यू के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, एडेलवेइस फाइनेंशियल सर्विसेज, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और नोमुरा फाइनेंशियल एडवायजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।