बीते कुछ वर्षों में हमारे भारत देश सहित विश्व भर में विभिन्न वायरसों का प्रकोप देखने को मिला है। कोरोना वायरस (corona virus) ने जहाँ लाखों करोड़ों लोगों की जान लेली वहीं सामान्य जन जीवन को अपने पुराने निश्चिन्त स्वरूप से निकाल कर एक आशंकित स्वरूप का निर्माण किया है, जिसके अनुसार नए-नए रोग और वायरसों के प्रकोपों का खतरा सदैव बना रहा है । जहां अभी तक ये वायरस इंसानों को बुरी तरह से दुष्प्रभावित कर रहे थे,वहीं अब मवेशियों में भी वायरसों का संक्रमण भयानक स्वरूप में दुष्प्रभावित कर रहा है।
लम्पी वायरस बना रहा है मवेशियों के लिए काल
ताजा स्थिति के अनुसार देश के विभिन्न राज्यों में लम्पी नामक वायरस का दुष्प्रभाव बड़ी संख्या में देखने को मिल रहा है। इस वायरस से सबसे अधिक प्रभावित गायें हुई हैं, जिन्हें हमारे देश में माता के समान पूजनीय माना जाता है। देश के विभिन्न राज्यों के अलग-अलग इलाकों से इस लम्पी वायरस की वजह से बड़ी संख्याओं में गायों की मृत्यु हुई है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों के मवेशियों में लंपी वायरस का संक्रमण बुरी तरह से फैल चुका है। आंकड़ों के हिसाब से देश भर में करीब 50000 गायों की मृत्यु इस लम्पी वायरस के संक्रमण से हो चुकी है।
पंजाब में सबसे ज्यादा मवेशी दुष्प्रभावित
आंकड़ों के मुताबिक देश में इस खतरनाक लम्पी वायरस से अधिकतम मवेशियों संक्रमित पंजाब में हुए हैं यहां अबतक 74,325 मवेशी इस वायरस का शिकार बन चुके हैं। वहीं गुजरात में 58,546, राजस्थान में 43,962 , जम्मू-कश्मीर में 6,385, उत्तराखंड में 1300, हिमाचल प्रदेश में 532 तथा अंडमान निकोबार में 260 मवेशी इस वायरस का शिकार हो चुके हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में 25000 से अधिक मवेशी और मध्य प्रदेश में 2171 मवेशी संक्रमित हुए हैं।
एम पी के मंदसौर जिले में धारा 144 लागू
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के राजस्थान से लगे हुए जिले मंदसौर में लम्पी वायरस के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं, जिसकी वजह से डीएम ने वहां धारा 144 लागू कर दी है। इस दौरान शहर में लगने वाले पशु मेले स्थगित रहेंगे और पशुओं के आयात-निर्यात पर भी प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा पशुओं को खुला छोड़ने वाले पशुमालिकों पर कार्यवाही के निर्देश भी दिए गए हैं।