उज्जैन में सावन मास का पहला सोमवार बेहद खास होने जा रहा है। भगवान महाकाल की शाही सवारी भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बनने जा रही है। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में मनमहेश रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे।
बता दें कि, शाम 4 बजे शाही ठाठ-बाट के साथ महाकालेश्वर मंदिर से सवारी की शुरुआत होगी। इस बार सवारी में पहली बार दो एलईडी रथ शामिल किए जा रहे हैं, जो सवारी को और भी भव्य बनाएंगे।
सुरक्षा के मद्देनजर 5 ड्रोन कैमरे से सवारी की निगरानी की जाएगी। परंपरागत मार्गों से होकर सवारी मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी, जहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करेंगे।
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव भक्तों पर विशेष कृपा बरसाते हैं। उज्जैन में सावन के महीने में भगवान महाकाल की शाही सवारी निकालने की परंपरा सदियों पुरानी है।
कैसे पहुंचें उज्जैन?
उज्जैन पहुंचने के लिए आप ट्रेन, बस या हवाई जहाज का उपयोग कर सकते हैं। उज्जैन अच्छी तरह से जुड़ा हुआ शहर है और यहां से देश के अन्य हिस्सों के लिए यात्रा करना आसान है।