Lata Mangeshkar : इस वजह से रिजेक्ट कर दी गई थी लता मंगेशकर, ऐसे बनी सुरों की मल्लिका

Ayushi
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Lata Mangeshkar : भारत रत्न और मशहूर गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का आज निधन हो गया है। उनकी उम्र 92 साल थी। उनके जाने से आज देशभर में शोक की लहर है। आज सुबह सबकी चहेती और भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन हुआ है वह बीते कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थी। उनकी मौत से आज बॉलीवुड इंडस्ट्री के साथ सभी लोगों को बड़ा सदमा लगा है। पूरा देश गम में डूबा है। आज हम आपको लता मंगेशकर के फिल्मों का सफर बताने जा रहे हैं। उन्होंने कई फिल्मों में एक्टिंग की है जिसके बाद वह मल्लिका बनीं। तो चलिए जानते है –

पहले इस वजह से मिला था रिजेक्शन –

जानकारी के मुताबिक, सबके दिलों पर राज करने वाली लता मंगेशकर देश में ही नहीं विदेशों में भी अपना गायकी का जलवा बिखेर चुकी है। दरअसल, उन्हें बचपन से ही गाने का शौक था। वह 5 साल की उम्र से गाना गा रही थी। बताया जा रहा है कि जिस समय लता मंगेशकर ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में प्ले बैक सिंगर के तौर पर काम करने के लिए आई थी तब उन्हें उनकी पतली आवाज के लिए रिजेक्ट कर दिया गया था। क्योंकि उस वक्त नूर जहां और शमशाद बैगम जैसे सिंगर की भारी आवाज का दबदबा था।

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8 से ज्यादा फिल्मों में एक्टिंग कर चुकी है लता दी –

बता दे, प्ले बैक सिंगर बनने से पहले लता मंगेशकर कई फिल्मों में एक्टिंग कर चुकी हैं। दरअसल, उन्होंने साल 1942 में परिवार की जिम्मेदारी उठाते हुए घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए फिल्मों की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने 1942 से 1948 तक करीब 8 से अधिक फिल्मों में एक्टिंग की। लेकिन उनकी कोई भी फिल्म कामयाब नहीं हो पाई। ऐसे में जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो उन्होंने मराठी फिल्म से प्ले बैक सिंगर के तौर पर डेब्यू किया। लेकिन वह से भी उन्हें निकाल दिया गया।

दरअसल, लता का पहला गाना भले ही रिलीज नहीं किया गया लेकिन वहीं से उनकी सिंगर बनने की जर्नी शुरू हुई। उनके पहले गाने के बाद उन्होंने एक से बाद कर एक गाने दिए। जो लोगों के बीच काफी ज्यादा मशहूर है। आज वह अपनी आवाज से पूरी दुनिया पर चाप छोड़ती गई।

इन गानों से छाई लोगों के दिल पर –

लता मंगेशकर ने लग जा गले, भीगी-भीगी रातों में, तेरा बिना जिंदगी से, अजीब दास्तां है ये, तुम आ गए हो नूर आ गया है, एक प्यार का नगमा है, तुझसे नाराज नहीं जिंदगी समेत हजारों गानों में अपनी खूबसूरत आवाज का ऐसा जादू बिखेरा है कि आज भी हर पीढ़ी के लोग लता के गानों को गुनगुनाते हुए नजर आते हैं और इस तरह हम सब की फेवरेट लगा मंगेशकर सुरों की मल्लिका बन गईं।