कुवैत के मंगाफ में आग लगने की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के शवों को शुक्रवार सुबह कोच्चि के लिए भारतीय वायुसेना का विमान C-130J भारत के लिए रवाना हुवा। बताया गया की विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी विमान में उपस्थित हे। जो शुक्रवार सुबह कुवैत पहुंचे और उन्होंने लोगों की शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने के लिए कुवैती अधिकारियों के साथ समन्वय किया।
कोच्चि रेंज के डीआईजी पुट्टा विमलादित्य ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने शवों को यहां लाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली हैं। प्रत्येक पीड़ित के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है और उसके बाद एंबुलेंस को गंतव्य तक ले जाने के लिए एक वाहन पायलटकी व्यवस्था की जाएगी। हम अन्य राज्यों के शवों की भी उम्मीद कर रहे हैं और हम आवश्यक उपाय कर रहे हैं। परिवार के सदस्य यहां आएंगे हम उनके साथ भी समन्वय करेंगे।
कुवैती अधिकारियों ने दक्षिणी कुवैत में विदेशी श्रमिकों के आवास वाली इमारत में लगी भीषण आग में भारत के 45 नागरिक और तीन फिलिपिनो नागरिकों के शवों के पहचान करने में लगे हुवे थे। जिनकी पहचान कर ली गई हे। आग में कम से कम 49 प्रवासी श्रमिक मारे गए और 50 अन्य घायल हो गए।
इससे पहले एक अधिकारी ने अनौपचारिक रूप से कहा कि कुवैत में लगी आग में 24 मलयालम निवासी मारे गए और 22 की पहचान कर ली गई है। दिल्ली में भारतीय वायुसेना का सी-130जे परिवहन विमान शुक्रवार को शवों को लाएगा और यह सबसे पहले कोच्चि में उतरेगा क्योंकि अधिकांश मरने वाले भारतीय केरल के हैं।
आग की घटना के बाद सुरक्षा और बचाव उपायों में लापरवाही के कारण एक कुवैती नागरिक और कई विदेशियों को गिरफ्तार किया। प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा के साथ बैठक की। बैठक के बाद प्रधान मंत्री मोदी ने मरने वाले भारत के नागरिक के परिवार जन को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की और कहा की सरकार हर तरह से सहायता करेंगी।