इंदौर की रामसर साइट पहुंचना है बेहद कठिन, इन परेशानियों का करना पड़ता है सामना

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पिनल पाटीदार

इंदौर नगर निगम द्वारा विगत कई वर्षों में सिरपुर तालाब को सहेजने पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं। बड़े सिरपुर तालाब के पास ही छोटा सिरपुर तालाब है। इस तालाब में सीवरेज का गंदा पानी आना लंबे समय से समस्या बना हुआ है। इसके अलावा यहां जाने के लिए रोड़ भी ख़राब है साथ ही यहां पर ट्रैफिक भी जाम हो जाता है, जिसके चलते आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं यहां साप्ताहिक हाट भी लगता है। इसके अलावा सिरपुर तालाब के आसपास के हिस्सों में कभी गंदगी और कचरे के ढेर नजर आते है। वहीं यहां पर रोड़ डिवाइडर और सेंटर लाइट का भी इंतजाम नहीं है, इसके कारण रोज बेकसूर लोग दुर्घटना का शिकार होते है। इस इलाके में आवारा पशु भी घूमते हुए देखे जाते है।

3 अगस्त, 2022 को केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा पांच राज्यों के 10 जल-स्थलों को रामसर साइट का दर्जा दिया गया था, जिसमें मध्य प्रदेश के इंदौर ज़िले का सिरपुर तालाब भी शामिल है। इसी के चलते पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग ने साख्य सागर तालाब के बाद इंदौर के सिरपुर तालाब को मध्यप्रदेश का तीसरा रामसर साइट का दर्जा मिलने पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी थी। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक उपलब्धि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पर्यावरण-संरक्षण के लगातार किये जा रहे प्रयासों के लिये केन्द्र शासन से मिली एक सशक्त पहचान है।

इसके साथ ही मध्य प्रदेश में अब तीन रामसर साइट हो गई हैं। 26 जुलाई, 2022 को शिवपुरी ज़िले की माधव राष्ट्रीय उद्यान में स्थित सांख्य सागर झील को रामसर साइट का दर्जा मिला था, जबकि भोपाल की बड़ी झील (बड़ा तालाब/भोज ताल) पहले से ही रामसर साइट घोषित है। केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा नामित किये गए 10 नए रामसर साइट्स में तमिलनाडु के छह और गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश तथा ओडिशा के एक-एक स्थल शामिल हैं। इनको मिलाकर भारत में अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के रामसर साइट्स की संख्या 64 हो गई हैं। ये आर्द्रभूमियाँ स्थल देश में 12,50,361 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली हैं।

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इससे पहले 26 जुलाई, 2022 को केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने देश में पाँच स्थलों को रामसर साइट्स घोषित किया था। इनमें तमिलनाडु के तीन, मिजोरम में एक और मध्य प्रदेश में एक आर्द्रभूमि स्थल शामिल थे। इनको मिलाकर देश में रामसर स्थलों की कुल संख्या 49 से बढ़कर 54 हो गई थी। उल्लेखनीय है कि झील संरक्षण के संबंध में ईरान के रामसर नगर में वर्ष 1971 में हुई एक अंतर्राष्ट्रीय संधि के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की वेटलैंड साइट्स की सूची संधारित की जाती है। विश्व में हो रहे जलवायु असंतुलन और परिवर्तन के दौर में रामसर साइट की भूमिका विश्व के पर्यावरण सुधार में अति महत्त्वपूर्ण है।

03 अगस्त, 2022 को देश में नई घोषित 10 रामसर साइट्स –

रंगनाथित्तु – कर्नाटक
नंदा लेक – गोआ
सतकोशिया गॉर्ज – ओडिशा
मन्नार की खाड़ी बायोस्फियर रिजर्व – तमिलनाडु
वेम्बानूर वेटलैंड काम्प्लेक्स – तमिलनाडु
उदय मार्तण्डपुरम पक्षी अभ्यारण – तमिलनाडु
वेलोड पक्षी अभ्यारण – तमिलनाडु
कूंथानकुलम पक्षी अभ्यारण – तमिलनाडु
वेदांथांगल पक्षी अभ्यारण – तमिलनाडु
सिरपुर तालाब – इंदौर, मध्य प्रदेश

सिरपुर तालाब की जानकारी

सिरपुर तालाब इंदौर में इंदौर-धार रोड पर स्थित है। झील और उसके आसपास के संरक्षित क्षेत्र का कुल क्षेत्रफल 800 एकड़ (लगभग 3.6 वर्ग किलोमीटर) है और यह इंदौर नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आता है। सिरपुर तालाब का निर्माण 20वीं सदी की शुरुआत में इंदौर राज्य के होल्करों द्वारा किया गया था। सिरपुर तालाब रामसर साइट प्रवासी और रहवासी पक्षियों का एक महत्वपूर्ण स्थल है। द बर्ड्स ऑफ सिरपुर नामक पुस्तक में कुल लगभग 130 प्रजातियों को सूचीबद्ध किया गया है।

बर्डलाइफ इंटरनेशनल द्वारा तालाब को 2015 में मध्य प्रदेश के 19 महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्रों (आईबीए) में से एक के रूप में मान्यता दी गई थी। प्रदेश में विशेष पक्षी क्षेत्र के रूप में सिरपुर तालाब 18वां स्थान प्राप्त है। बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी ने सिरपुर तालाब को विशेष पक्षी क्षेत्र घोषित किया है I सिरपुर तालाब ऑस्ट्रेलियाई पक्षी फ्लेमिंगो के लिए जाना जाता है I

पर्यावरणविद भालू मोंडे कई दशकों से सिरपुर तालाब के संरक्षण का प्रयास कर रहे हैं जिनके अथक प्रयास एवं जागरूकता का फल स्वरूप सिरपुर तालाब को मध्य प्रदेश की तीसरी रामसर साइट का गौरव प्राप्त हुआ I 3 अगस्त 2022 को मध्य प्रदेश के सिरपुर तालाब को रामसर साइट में शामिल कर लिया गया है तथा 13 अगस्त 2022 को इंदौर के यशवंत सागर को भी रामसर साइट में शामिल कर लिया गया है इस प्रकार प्रदेश में अब कुल 4 रामसर साइट्स हो गई है।

1. भोज ताल (बड़ा तालाब) , भोपाल – 2002

2. सांख्य सागर झील , शिवपुरी – 26 जुलाई 2022

3. सिरपुर तालाब , इंदौर – 3 अगस्त 2022

4. यशवंत सागर , इंदौर – 13 अगस्त 2022