आज यानी बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी, डीआईजी और पुलिस अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा है कि इंदौर मॉडल अपनाएं। सीएम, वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा 29 दिन काम एक दिन समीक्षा के आधार पर अधिकारियों की परफोर्मेंस पर बात की गई.
कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘माफियाओं के खिलाफ जो हमने अभियान चलाया है इसका बहुत सकारात्मक परिणाम मिला है। जिन्हें बरसों से न्याय नहीं मिला था वे गदगद हैं। भू-माफिया भागते फिर रहे हैं और जमीन पर लोगों को कब्जे मिल रहे हैं। इंदौर के जिला प्रशासन का काम प्रशंसनीय रहा है।’
सीएम ने आगे कहा कि ‘केवल एजेंडा हमारा काम नहीं है, एजेंडे के अलावा बहुत-सी चीजे हैं। मैंने एक और प्रयोग करने का फैसला किया है। कई जगह से गड़बड़ की शिकायतें भी आ रही हैं.’
सीएम ने अफसरों से कहा कि, ‘आप शासन के प्रतिनिधि मतलब सीएम के प्रतिनिधि हैं। काम और बेहतर कैसे हो उस पर हमें काम करना है। स्वच्छता के मामले में एमपी को नंबर वन रहना है। स्वच्छता के मामले में इंदौर हमारे लिए प्रकाश स्तंभ है। हम अपने शहर को कैसे स्वच्छ रखें। जिले में कोई एक ऐसा स्थान तय किया जा सकता है। जहां विशेष अवसर पर नागरिक पेड़ लगाएं। बड़ी तादाद में पर्यावरण बचाने का काम अपने आप होता रहे।’
सीएम ने कलेक्टर-कमिश्नर की कॉन्फ्रेंस में कलेक्टर मनीष सिह और डीआईजी की जमकर तारीफ की है। बताया जा रहा है कि इंदौर में भूमाफिया कार्रवाई पर सभी की थपठपाई पीठ है। साथ ही कलेक्टर- कमिश्नर , आईजी-डीआईजी की रणनीति की सीएम ने प्रशंसा भी की है। उन्होंने कहा है कि करप्शन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस होगा। इंदौर कलेक्टर ने प्रेसेंटेशन दिए। वहीं सीएम ने बेस्ट प्रेक्टिस को सभी से साझा करने के निर्देश दिए। साथ ही गलत काम करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सीएम बोले आपस में प्रतिस्पर्धा कर लाए जिले लेकर आए सुशासन, ऐसी प्रतिस्पर्धा से जनता को मिलेगी राहत हमारा प्रदर्शन सुधरेगा। सीएम ने कहा हर जिले को स्वच्छता के मामले में नम्बर वन रहना है।