Indore News : कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) द्वारा पिछले 3 दिनों से लगातार इंदौर जिले को पूर्णतः वैक्सीनेटेड जिला बनाने के लिए बैठकें ली जा रही थीं। इन बैठकों का यह असर हुआ है कि जो लोग 30 नवंबर तक वैक्सीन (Vaccine) के दोनों डोज नहीं लगवा लेंगे उनके लिए कदम कदम पर मुश्किलें आने वाली हैं। कलेक्टर की अपील पर अधिकांश व्यापारी संगठनों ने तय किया है कि वह 30 नवंबर के बाद उन ग्राहकों को सामग्री नहीं देंगे जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लगवाई हो। दुग्ध विक्रेता संघ ने भी तय किया है कि 30 नवंबर बाद उन्हें दूध नहीं दिया जाएगा उन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवा ली हों।
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इसके साथ ही जिले के सभी मॉल, 56 दुकान, मेडिकल स्टोर्स, स्टेशनरी, कपड़े की दुकानों होटल्स, रेस्टोरेंट भी ऐसे लोगों को प्रवेश नहीं मिलेगा। कल हुई बैठक में जिले के अधिकांश रहवासी संघो ने भी तय कर लिया है कि 30 नवंबर के बाद ऐसे रह वासियों को सोसायटियों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा जिन्होंने दोनों डोज नहीं लगाई हैं। सरकारी कर्मचारियों को दोनों डोज लगवानेने के बाद ही नवम्बर का वेतन मिलेगा। पेंशनरों को पेंशन का भुगतान तब ही होगा जब वह अपना वैक्सीनेटेड होने का सर्टिफिकेट पेश करेंगे। इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने भी यह निर्णय लिया है कि 30 नवंबर के बाद ऐसे कर्मचारियों को प्रवेश नहीं देंगे जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगाई हों। कुल मिलाकर कहा जाए तो इंदौर जिले में ऐसे लोगों को 30 नवंबर के बाद परेशानी आने वाली है जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लगाए होंगे।