Indore News: रालामंडल में सुनाई देगा इंदौर राजवंश का इतिहास, क्या होगा शुल्क

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इंदौर: राष्ट्रीय वन्य जींव अभ्यारण रालामंडल हमेशा से पर्यटकों की घूमने की पहली पसंद बन चूका है। इंदौर के रहवासियो के साथ अन्य जगह से भी लोग यह घूमने आते है और यहां के शांत माहोल के साथ वन्य जीवो को देखने का लुत्फ़ उठाते है। अब इंदौर के रालामंडल में कुछ ऐसा परिवर्तन होने जा रहा है जिससे यहाँ घूमने आने वाले पर्यटकों को इंदौर के इतिहास के बारे में भी बताया जायेगा। इसकी तैयारी भी हो गयी है।

दरअसल ये सुविधा उन लोगो के लिए शुरू की गयी है जिन्होंने इंदौर के इतिहास के होलकरवंश की कथा और होलकर घराने के राजा-महाराजा और अहिल्याबाई होलकर का इतिहास के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अब यह पहाड़ी रालामंडल उन्हें इन सब घटनाओ से रूबरू होने में मदद करेगी। बता दे कि इस काम के लिए अभयारण्य स्थित शिकारगाह को वन विभाग ने म्यूजिमय में तब्दील कर दिया है। इतना ही नहीं इन सभी कथाओ को सुनाने के लिए वहां पर इन दिनों साउंड सिस्टम का काम चल रहा है।

रालामंडल में पर्यटकों के लिए किये जा रहे इस बदलाव में साऊंड सिस्टम के साथ म्यूजियम में होलकरकालीन शस्त्र, कवच और शिकार की गई ट्रॉफी रखी गयी है जिससे पर्यटकों को इसके बारे में पता चलेगा। इतना ही नहीं ये एक अलग प्रकार से तैयारी की जा रही है जिसमे साउंड सिस्टम के अलावा पर्यटकों को हेडफोन में भी होलकरवंश के राजा-महाराज और अहिल्या बाई से जुड़े प्रसंग तथा इतिहास सुनाई देगा। इसके लिए एजेंसी कई इतिहासकारों की भी मदद ले रही हैं ताकि पर्यटकों को सही जानकारी उपलब्ध करवाई जा सकें। संभवत: 15 दिनों में काम पूरा होने की संभावना है।

बता दे कि अभ्यारण में इस तरह के बदलाव की प्रक्रिया पिछले कई दिनों से चल रही है और हालही में नवंबर 2020 में म्यूजियम को लेकर बैठक बुलाई थी, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों ने वहां रखे शस्त्र के बारे में होलकरवंश का डिसप्ले बोर्ड पर इतिहास बताने का कहा। यहां तक उस इतिहास को अच्छे वाइस ओवर आर्टिस्ट से रिकॉर्डिंग करवाने का फैसला लिया। अभ्यारण विभाग ने यह काम निजी इवेंट कंपनी को सौंपा है, जो म्यूजियम में साउंड सिस्टम तैयार कर रही है। जानकारी के मुताबिक मार्च तक म्यूजियम पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।

       जानिए क्या होगा टिकट शुल्क-

  1. डियर सफारी जोन (50 रुपये प्रति व्यक्ति) : अभयारण्य में 13 हैक्टेयर में फैले डियर सफारी जोन में पर्यटक इलेक्ट्रॉनिक व गोल्फ कार से घूम सकते हैं।
  2. जीवाश्म केंद्र (5 रुपये टिकट) : रालामंडल में डायनासोर और समुद्री जीवों के अवशेष भी रखे हैं।
  3.  म्यूजियम (10 रुपये शुल्क) : म्यूजियम में होलकारकालीन शस्त्र, युद्ध कवच, भाले, कटार सहित युद्ध में इस्तेमाल होने वाल हथियार रखे हैं।