इंदौर : सोमवार को राजद्रोह और महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) पर टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj) 95 दिन जेल बंद होने के बाद रिहा हो गए हैं. कालीचरण को जेल परिसर में लेने बड़ी संख्या में उनके समर्थक पहुंचे थे. जेल से रिहा होने के बाद कालीचरण काली मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, काली चरण करीब 95 दिनों से रायपुर जेल में बंद थे. कई दिनों से उनकी रिहाई टल रही थी.
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बता दें कि, आज यानी मंगलवार को शाम 6 बजे कालीचरण फ्लाइट से रायपुर से इंदौर (Indore) आएंगे. यहां इंदौर एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में हिंदू संगठन उनका स्वागत करेगा। वहीं, जेल से रिहा होने के बाद बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया. साथ ही काली के नारे भी लगाए। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, “मैं बस इतना ही कहूंगा कि हमें हिंदुत्व को जिंदा रखना होगा.’
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, कालीचरण को बीते साल 30 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद उन्हें रायपुर लाया गया और रायपुर की जेल में ही रखा गया. यहां वे करीब 95 दिनों से जेल में बंद थे. आपको बता दे, खुद को कालीपुत्र बताने वाले कालीचरणने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित कथित ‘धर्म संसद’ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया था और टिप्पणी करते हुए कहा था कि हमने अपनी आंखों से देखा कि कैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश पर कब्जा किया गया। मोहनदास करमचंद गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश कर दिया। उसने कहा कि मैं गांधी से नफरत करता हूं, मेरे हृदय में गांधी के प्रति नफरत भरी है। जबकि मैं गोडसे को कोटि-कोटि नमस्कार करता हूं, उनके चरणों में मेरा साष्टांग प्रणाम है, क्योंकि उन्होंने गाँधी को मार दिया।