Indore: सामाजिक समरसता, धार्मिक एवं सांस्कृतिक परंपरा के साथ मनाया गया गुड़ी पड़वा

Share on:

√… बड़ा गणपति चौराहे पर हुआ नववर्ष का भव्य आयोजन
√… शंख ध्वनि एवं स्वस्तिवाचन के साथ हज़ारों की संख्या में जनमानस ने दिया सूर्यदेव अर्घ्य
√… संतों के सानिध्य में हुआ आयोजन
√… कन्या पूजन के साथ नववर्ष की अगवानी

● इंदौर. 9 अप्रैल 2024

पारंपरिक लोक नृत्य, वैदिक मंत्रोच्चार एवं शंख ध्वनि के साथ गुड़ी पड़वा नववर्ष का स्वागत सूर्यदेव को अर्घ्य देकर किया गया। आयोजक व भाजपा प्रदेश के सह मीडिया प्रभारी व पूर्व पार्षद दीपक जैन “टीनू” ने बताया कि संस्था सार्थक एवं हिंदू नववर्ष आयोजन समिति के तत्वाधान में बड़ा गणपति चौराहे पर हुआ नववर्ष गुड़ीपड़वा का आयोजन परंपरा और प्रतिबद्धता का पर्याय बन गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं कन्या पूजन के साथ किया गया।

संस्था के अध्यक्ष नितेश मुछाल व अंकित रावल ने बताया कि धार्मिक परंपराओं के साथ सांस्कृतिक संबद्धता का सम्मान भी सर्वोपरि है। संस्कारों को सार्थक करने की ऐसी पहल बदलते दौर में इसलिए भी आवश्यक हो गई है ताकि मूल्यों और मान्यताओं को लेकर युवा पीढ़ी का विश्वास बना रहे। यही कारण है कि वसुदेव कुटुंबकम के पवित्र उद्देश्य और संतों व जनमानस के सानिध्य में इस नववर्ष भी बड़ी संख्या में जनसमूह में सूर्यदेव को साक्षी मानकर नववर्ष का स्वागत और अभिनंदन किया। योजनाबद्ध प्रयासों और स्पष्ट लक्ष्य के साथ हिंदू नववर्ष अभिनंदन की यह पहल इस साल सातवें वर्ष में प्रवेश कर गई है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नव संवत्सर सनातन संस्कृति का पर्व है। यह तिथि हमारी अस्मिता का गौरव दिवस भी है। इस अवसर पर हुई सामूहिक जागृति सभा में नववर्ष में अच्छी वर्षा, बेहतर फसलें, महामारियों से मुक्ति और वैश्विक पटल पर शांति के लिए प्रार्थना की गई।

संस्था के गौरव नाहर व पंकज जैन (पार्श्वनाथ) ने बताया इस अवसर पर पद्मश्री डॉ. पुरू दाधिच एवं डॉ. सुचित्रा हरमलकर की शिष्या प्रसिद्ध नृत्यांगना दमयंती भाटिया मिरदवाल ने अपने सहयोगी कलाकारों के साथ अवध के राम, गाथा रघुनंदन की, रक्तबीज संवहार, राम स्तुति और सूर्य आराधना पर आधारित कथक एवं लोक नृत्य की विशेष प्रस्तुति दी। आराध्य की आस्था में लीन संपूर्ण वातावरण तब और अधिक आध्यात्मिक हो गया जब बटुकों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार व शंख ध्वनि के साथ पवित्र नदियों के जल से सूर्य को अर्घ्य दिया गया।
संस्था के केशव पोरवाल व योगेश ठाकुर ने बताया इस विशेष अवसर का खास आकर्षण रहे भगवा साफा बांधकर उत्सव में शामिल हुए युवा। शहर के अनेक इलाकों से शामिल हुई युवाओं की इस बड़ी तादाद ने उत्सव को भगवामय बना दिया। आयोजक का आकर्षण बढ़ाने के लिए संस्था ने संपूर्ण चौराहे को भी भगवा पताकाओं से और भव्य रंगोली से सजा दिया था।

इस अवसर पर संत महात्माओं ने अपने आशीर्वचन में कहा कि सनातन धर्म मे गुड़ी पड़वा को अपने इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यह पर्व हमारी प्राचीन समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है। गुड़ी पड़वा का पर्व विविधता और विशालता का सामाजिक उत्सव है।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर अमृतफले जी महाराज, महामंडलेश्वर राधे राधे बाबा, महामंडलेश्वर राम गोपाल दास जी, हंसदास मठ के पवन शर्मा जी, राजानंद जी महाराज,पंडित बालकृष्ण शर्मा जी,पंडित रामचंद्र शर्माजी वैदिक, भगवताचार्य अर्चना दीदी (शाजापुर) सहित , मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव , सुदर्शन गुप्ता, उमाशशी शर्मा, हरिनारायण यादव, सूरज कैरो, नानुराम कुमावत,अजय नारुका ,कमलेश खंडेलवाल,अशोक चांदू नेता ,संध्या यादव ,कमल वाघेला ,शिखा दुबे, ज्योति तोमर ,शैलजा मिश्रा ,कंचन गिदवानी,बरखा मालू,मनीष मामा व अन्य सहित
समाज प्रमुख , वरिष्ठजन, विभिन्न महिला मंडल के सदस्य, बड़ी संख्या में युवा साथी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का स्वागत संस्था के सदस्य अमित सोनी , सागर गेहलोत ,गणेश वर्मा , प्रभात अवले, शुभम् शर्मा ,सागर शर्मा ,लवनिश खेमानी, व आभार अंकित रावल ने किया।