अगले 24 घंटों में इन 11 जिलों में होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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By Raj RathorePublished On: August 12, 2025
MP Weather Update

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के भीतर मध्य प्रदेश के 11 जिलों छतरपुर, सतना, पन्ना, रीवा, मैहर, दमोह, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट में भारी वर्षा की संभावना जताई है। अनुमान है कि इन क्षेत्रों में साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है। 13 अगस्त को राज्य के दक्षिणी हिस्सों में बारिश के आसार हैं, जबकि 14 अगस्त को भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर और जबलपुर संभाग के जिलों में तेज वर्षा की भविष्यवाणी की गई है। बंगाल की खाड़ी से आने वाला लो प्रेशर सिस्टम 13 अगस्त से सक्रिय होकर पूरे प्रदेश में असर दिखाएगा।


सोमवार को हल्की बरसात, मौसम में आई राहत

पिछले दो दिनों से प्रदेशभर में बारिश का क्रम जारी है। सोमवार को कई जिलों में हल्की से मध्यम बूंदाबांदी दर्ज की गई, जिनमें ग्वालियर, दतिया, पचमढ़ी, दमोह, खजुराहो, सतना और सिवनी प्रमुख हैं। इन इलाकों में रिमझिम बारिश के कारण मौसम सुहावना हो गया और लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली।

भारी वर्षा से जलभराव की स्थिति

कई क्षेत्रों में देर रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण जलभराव की स्थिति बन गई है। खासकर खजुराहो और विदिशा में पानी भरने से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़कों पर पानी भरने और वाटरलॉगिंग की वजह से यातायात भी प्रभावित हुआ।

पिछले 24 घंटे की बारिश के आंकड़े

बारिश के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, खजुराहो में सबसे ज्यादा 3.4 इंच वर्षा दर्ज की गई। नरसिंहपुर और दमोह में 1.5 इंच पानी गिरा। वहीं, भोपाल, उमरिया, नर्मदापुरम, श्योपुर, सीधी, सीहोर और देवास में भी अच्छी खासी बारिश हुई है।

पूर्वी हिस्सों में अलर्ट, तेज बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के पूर्वी हिस्सों में 12 अगस्त को तेज बारिश की संभावना है। रीवा, सतना, सिंगरौली, बालाघाट, शहडोल और कटनी में चेतावनी जारी की गई है। बंगाल की खाड़ी में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र 13 अगस्त से पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा, जिससे बारिश की तीव्रता और बढ़ने के आसार हैं।

आगामी तीन दिनों का मौसम पूर्वानुमान

जानकारों का कहना है कि 13 और 14 अगस्त से मानसून अपनी रफ्तार पकड़ लेगा। आने वाले तीन दिनों में कई जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। इससे नदी-नालों में जलस्तर बढ़ने और निचले इलाकों में जलभराव की समस्या की संभावना है।