बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आरसीबी की विजय परेड के दौरान अफरा-तफरी मच गई। गेट खुलते ही भारी भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। इस दुखद घटना में सात लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। प्रशासन की ओर से पर्याप्त पुलिस बल तैनात था, लेकिन भीड़ को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण साबित हुआ।
RCB की विक्ट्री परेड का आयोजन
आईपीएल 2025 में मंगलवार रात पंजाब किंग्स पर आरसीबी की जीत के बाद से ही बेंगलुरु की सड़कों पर जश्न का माहौल था। जीत के साथ ही प्रशंसकों ने रातभर आतिशबाजियों के जरिए खुशी का इज़हार किया। सुबह होते ही बड़ी संख्या में फैंस सड़कों पर जमा होने लगे। आरसीबी की विक्ट्री परेड दोपहर 3 बजे शुरू होने वाली थी, लेकिन लगातार बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन को कार्यक्रम के समय में बदलाव करना पड़ा।

सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन भीड़ पर नियंत्रण बनाए रखना बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। बारिश ने हालात को और जटिल बना दिया, जिससे प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना और मुश्किल हो गया।
परेड में कैसे बिगड़े हालात?
#WATCH बेंगलुरु: एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम की दीवारों और बाड़ों पर चढ़े प्रशंसक; पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे वहां से चले जाएं और ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों।
बड़ी संख्या में #RoyalChallengersBengaluru के प्रशंसक अपनी चैंपियन टीम की एक झलक पाने के लिए उमड़ पड़े।
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2025
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसे ही आरसीबी के खिलाड़ियों के प्रवेश के लिए स्टेडियम के गेट खोले गए, वहां पहले से मौजूद भारी भीड़ बेकाबू हो गई। प्रवेश पाने की होड़ में भगदड़ मच गई। कई लोग दीवारें फांदने और पेड़ों पर चढ़कर अंदर घुसने की कोशिश करते नजर आए। इस अफरा-तफरी में सात लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
इस हादसे ने प्रशासन और आयोजकों की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या विक्ट्री परेड जैसी बड़ी भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई थी? हालांकि पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए थे, लेकिन भारी भीड़ और बारिश ने हालात को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना दिया।
प्रशासन की नाकामी पर उठे सवाल
हालांकि कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ की ओर से अब तक घायलों की आधिकारिक संख्या जारी नहीं की गई है, लेकिन सामने आए कुछ वीडियो में पुलिस को बेहोश और घायल लोगों को अस्पताल ले जाते देखा गया है। ये दृश्य प्रशासनिक सुरक्षा उपायों की प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं। घटना के बाद व्यापक जांच की संभावना जताई जा रही है।