योगी आदित्यनाथ ने कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारियों का किया निरिक्षण, 30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक लगेगा मिनी कुंभ

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By Abhishek SinghPublished On: October 27, 2025

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर में आयोजित होने वाले वार्षिक कार्तिक पूर्णिमा मेले तथा अमरोहा के तिगरी मेले की तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए।


मेला स्थल का हवाई निरीक्षण करने के बाद समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पावन अवसर पर हर वर्ष लगभग 40 से 45 लाख श्रद्धालु गंगा तट पर स्नान और दीपदान के लिए आते हैं, इसलिए सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध और समन्वित रूप से पूरी की जाएं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने यातायात, सुरक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। इस वर्ष 30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक आयोजित होने वाले इस मेले को ‘मिनी कुंभ’ के रूप में संपन्न करने की योजना है।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष बल

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए गंगा घाटों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती, सीसीटीवी एवं ड्रोन से निगरानी, रेस्क्यू बोट और हेल्पलाइन केंद्र की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मेले को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण से जोड़ते हुए एकल-उपयोग प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया जाए। घाटों पर पर्याप्त चेकर प्लेट लगाई जाएं, पैंटून ब्रिज की उपयोगिता का परीक्षण किया जाए और कटान प्रभावित क्षेत्रों में सिंचाई विभाग द्वारा ड्रेजिंग कार्य शीघ्र पूरा किया जाए।

सीसीटीवी और कंट्रोल सेंटर से सतत निगरानी

उन्होंने निर्देश दिए कि गहरे जल वाले क्षेत्रों में एनडीआरएफ/एसडीआरएफ और फ्लड यूनिट सतर्क रहें तथा आवश्यक बैरिकेडिंग की जाए। श्रद्धालुओं को अनुशासन और सहयोग के लिए प्रेरित करने हेतु काउंसलिंग सत्र आयोजित किए जाएं। पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर की निरंतर निगरानी बनी रहे। साथ ही, पार्किंग स्थलों पर वाहनों की सुरक्षा, प्रसारण व्यवस्था और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।

आकर्षक रूप देने के लिए सजावट और प्रचार व्यवस्था

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि अस्थायी शौचालयों में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्रणाली लागू की जाए और किसी भी प्रकार के रिसाव को रोकने के लिए ठोस व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि घाटों पर भीड़ प्रबंधन, चेंजिंग रूम, स्वच्छ शौचालय, सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध, और कचरा व बोतल संग्रह प्रणाली को पूरी तरह क्रियान्वित किया जाए।

मेले को आकर्षक रूप देने के लिए सजावट की जाए और शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार हेतु होर्डिंग्स लगाई जाएं। मुख्यमंत्री ने फायर सेफ्टी सिस्टम, अस्थायी अस्पताल, एंटी-स्नेक वैनम और एंटी-रेबीज वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।

उन्होंने यह भी कहा कि स्नान के दौरान पुलिस और एनडीआरएफ की पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए तथा 20 से 25 किलोमीटर क्षेत्र में यातायात डायवर्जन योजना प्रभावी रूप से लागू की जाए, ताकि कहीं भी जाम की स्थिति न बने।