UP Assembly Session : उत्तर प्रदेश में सोमवार को विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्र के पहले ही दिन समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि गोरखपुर और प्रदेश के व्यापारी सपा के प्रति आक्रोशित है। उनके विकास के लिए सपा ने अपने समय में कोई काम नहीं किया था।
उन्होंने कहा कि आपके समय में कानून व्यवस्था की क्या हालत थी, इस पर आप बात ना ही करें तो उचित होगा। योगी ने विधानसभा में स्पष्ट किया कि पिछले साढ़े 8 वर्षों में यूपी विधानमंडल ने कई उपलब्धियां हासिल की और यह सत्र भी महत्वपूर्ण रहेगा।
विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर 24 घंटे होगी चर्चा
उन्होंने बताया कि इस बार सरकार अपने अगले 25 वर्षों की कार्य योजना सदन के पटल पर रखेगी। जिसे विजन डॉक्यूमेंट 2047 नाम दिया गया है। इसके तहत 13 और 14 अगस्त को 24 घंटे चर्चा होगी और इसमें जनता की राय भी शामिल की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2047 में जब भारत विकसित राष्ट्र बनेगा, तब उत्तर प्रदेश में विकसित उत्तर प्रदेश के रूप में तैयार होगा। उन्होंने विपक्ष से सार्थक और विकास उन्मुख चर्चा में भाग लेने की अपील की और कहा कि अनावश्यक व्यवधान पैदा करने वाले को जनता जवाब देगी।
बाढ़, जल जमाव, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे पर चर्चा
उपमुख्यमंत्री केशव प्रकाश प्रसाद मौर्य नेकहा कि विपक्ष प्रदर्शन करें। इसमें कोई आपत्ति नहीं लेकिन उनके पास मुद्दे हो और वह सदन में रखें ।सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। इधर सत्र के पहले ही दिन सपा विधायकों ने विधानसभा परिषद में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विधायक संग्राम यादव, आरके वर्मा, जयप्रकाश, नफीस अहमद सहित अन्य नेताओं ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया और बैनर पोस्टर लहरा रहे हैं।
सपा ने स्कूलों के विलय और बिजली विभाग के निजीकरण के मुद्दे को प्रमुखता से उठाने का ऐलान किया है। इस समय चर्चा के मुख्य मुद्दे की बात करें तो इनमें विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर विस्तृत बहस के अलावा बाढ़, जल जमाव, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे पर चर्चा की जाएगी।
गरीब कल्याण और सभी वर्गों के उत्थान से जुड़े विषयों पर सवाल पूछे जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सत्र 25 करोड़ की आबादी की आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। ऐसे में विपक्ष को भी सिर्फ जनता के विकास से जुड़े सवालों को ही पूछा जाना चाहिए।