श्री काशी विश्वनाथ दरबार एक बहुत ही प्रसिद्ध और जाना माना दरबार है। यहां लाखों में श्रद्धालुओं की भीड़ भगवान के दर्शन करने के लिए उमड़ती है। बाबा विश्वनाथ के दरबार में हमेशा ही भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है। अब ऐसे में बाबा विश्वनाथ के दरबार में श्रद्धालुओं से खास अपील की जाएगी। जिसके चलते मंदिर में किसी भी प्रकार की प्लास्टिक या फिर इसे तैयार हुई टोकरी को भीतर ले जाने के लिए साफ इनकार कर दिया जाएगा। आइए यह फैसला क्यों लिया गया है इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
श्रीकाशी विश्वनाथ बनेगा प्लास्टिक मुक्त
आने वाले अगस्त महीने की 11 तारीख से श्री काशी विश्वनाथ धाम में प्लास्टिक पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी। यहां पर मंदिर में प्लास्टिक ले जाना या इससे बनी हुई टोकरी ले जाने पर पूर्ण तरह रोक लगाई जाएगी और भक्तों से खास अपील की जाएगी की मंदिर में इस तरह का सामान लेकर प्रवेश न करें। आने वाली 11 अगस्त से काशी विश्वनाथ पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त हो जाएगा।
सीईओ विश्वभूषण ने क्या कहा
विश्व के प्रसिद्ध श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्व भूषण का कहना है कि मंदिर में आने वाले सभी भक्त जूट और लकड़ी से तैयार की गई टोकरी का ही उपयोग करें। मंदिर के अंदर कोई भी भक्त प्लास्टिक की बोतल लेकर प्रवेश कर जाते हैं। इसके साथ ही पॉलिथीन में प्रसाद फूल लेकर जाते हैं और वह सब कुछ परिसर में फैला हुआ होता है। जिसकी वजह से सफाई में बहुत परेशानियां झेलनी पड़ती है। ऐसे में मंदिर में गंदगी फैलती है।
प्लास्टिक से पर्यावरण को पहुंच रही क्षति
मंदिर में जाने वाली प्लास्टिक जो इधर-उधर फेंक दी जाती है। जिसकी वजह से यह प्लास्टिक अंडरग्राउंड नालियों में फंस जाती है इसकी वजह से कई बार नालियां चौक हो जाती है और इससे कई प्रकार की परेशानियां होती है। इन परेशानियों को ध्यान रखते हुए पर्यावरण की सुरक्षा के मुताबिक मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि अब इसके बाद मंदिर में किसी भी प्रकार की प्लास्टिक या फिर प्लास्टिक से तैयार हुई टोकरिया पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी। प्लास्टिक का मंदिर में प्रवेश वर्जित किया जाएगा। जिससे पर्यावरण को हानि ना पहुंचे और अन्य समस्याएं भी उत्पन्न ना हो।