उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बलरामपुर में धर्मांतरण के आरोपी छांगुर बाबा पर तीखा हमला बोला है। गोंडा में मीडिया से बातचीत के दौरान राजभर ने कहा, “छांगुर जैसे लोग कैंसर की तरह हैं, जो धीरे-धीरे समाज को खोखला कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि जैसे कैंसर का पता जब चौथे स्टेज में चलता है तो बहुत देर हो चुकी होती है, वैसे ही छांगुर जैसे लोग समाज में तबाही मचा रहे हैं। राजभर ने पूछा कि छांगुर का डेरा और कारोबार किस सरकार के समय में पनपा? उन्होंने दावा किया कि जैसे ही वर्तमान सरकार को जानकारी मिली, तुरंत कार्रवाई हुई।
शिक्षा व्यवस्था पर बोले – “पाठशाला नहीं चल रही, सुधार जरूरी है”

सरकारी स्कूलों की स्थिति पर भी राजभर ने चिंता जताई। उन्होंने माना कि गांवों में यह धारणा बन गई है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो रही, जिसके कारण अभिभावक बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजने लगे हैं। उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में बच्चों की संख्या बहुत कम रह गई है। जैसे—एक जगह 6 अध्यापक हैं, लेकिन सिर्फ 20 बच्चे। इसलिए अब सरकार की योजना है कि एक न्याय पंचायत पर एक स्कूल चले, जहां बेहतर शिक्षा दी जा सके।
हिंदी विवाद पर बोले – “राज ठाकरे संविधान पढ़ें”
महाराष्ट्र में भोजपुरी बोलने वाले रिक्शा चालक के साथ मारपीट की घटना पर राजभर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा है और देश में हर जगह बोली जाती है। राजभर ने कहा, “जो लोग हिंदी बोलने वालों को पीट रहे हैं, वे संविधान नहीं मानते। यह एक तरह से देश के खिलाफ विद्रोह है।” उन्होंने सीधे राज ठाकरे को नसीहत दी—“संविधान पढ़िए, समझिए, फिर बयान दीजिए।”
मुसलमान मुख्यमंत्री की मांग: विपक्ष को दी चुनौती
विकास पर उठ रहे सवालों के जवाब में राजभर ने विपक्षी दलों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो पार्टियां मुसलमानों के रहनुमा बनती हैं, उन्हें 2027 के चुनाव से पहले मुसलमान को मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस, सपा और बसपा को चुनौती देते हुए कहा—“अगर हिम्मत है, तो ऐलान करो कि तुम्हारी सरकार बनी तो मुसलमान को मुख्यमंत्री बनाओगे। वरना साइकिल के केरियर पर बैठाकर वोट मत मांगो।”