Lucknow Jaipur Vande Bharat Express : राजधानी लखनऊ को जल्द वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की एक और सौगात मिलने जा रही है। इस बार लखनऊ से जयपुर के लिए हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी।
पूर्वोत्तर रेलवे ने इस रूट के संचालन का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेज दिया है। संभावना जताई जा रही है कि 15 अगस्त 2025 से पहले इसे हरी झंडी मिल सकती है। बोर्ड की मंजूरी के बाद ही ट्रेन का संचालन शुरू हो पाएगा।
रूट और टाइम टेबल प्रस्तावित
बता दे कि लखनऊ जयपुर वंदे भारत रूट और टाइम टेबल प्रस्तावित किया गया है। अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस लखनऊ के गोमती नगर रेलवे स्टेशन से संचालित की जाएगी। प्रस्तावित समय सारणी कुछ इस तरह से है। लखनऊ गोमती नगर से सुबह 5:50 पर ट्रेन का संचालन शुरू होगा जबकि जयपुर आगमन दोपहर 2:00 बजे होने वाला है। जयपुर से इसकी वापसी दोपहर 3:00 होगी और इसके साथ ही यह ट्रेन रात 11:00 बजे लखनऊ पहुंचेगी।
यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलाई जाएगी। शनिवार को मेंटेनेंस डे रखा गया है। इस दिन ट्रेन का संचालन नहीं किया जाएगा। इस दिन ट्रेन की तकनीकी सफाई और मरम्मत का कार्य पूरा किया जाएगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस की खासियत
वंदे भारत एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की सबसे उन्नत और आरामदायक ट्रेन में से एक है। इसमें यात्रियों को कई सुविधाएं उपलब्ध होती है। एयर कंडीशन चेयर कार और एग्जीक्यूटिव चेयर कार कोच के अलावा वाई-फाई आधारित इनफोनमेंट सिस्टम. ऑटोमेटिक स्लाइडिंग डोर, बायो वैक्यूम टॉयलेट. ऑन बोर्ड कैटरिंग सेवा, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली और रिवाल्विंग सीट की सुविधा भी इसमें उपलब्ध कराई जाती है।
अनुमानित किराया
रेलवे की ओर से किराए की आधिकारिक घोषणा भी नहीं की गई है लेकिन अनुमानित किराया कुछ इस प्रकार हो सकता है। चेयर कार के लिए यात्रियों को 1200 से 1500 रूपए खर्च करने पड़ सकते हैं जबकि एग्जीक्यूटिव चेयर कार के लिए उनका किराया 2200 से 2500 रूपए तक हो सकता है।
इसके अलावा पूर्वोत्तर रेलवे के अन्य रूट पर भी वंदे भारत एक्सप्रेस चलने के प्रस्ताव भेजे गए हैं। गोरखपुर आगरा फोर्ट के लिए सप्ताह में 6 दिन ट्रेन का संचालन किया जाएगा। गुरुवार को अवकाश रहेगा जबकि वाराणसी जबलपुर के लिए भी वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने के प्रस्ताव भेजे गए हैं। सप्ताह में 6 दिन इसका संचालन किया जाएगा। इज्जत नगर चंडीगढ़ के बीच में शनिवार को छोड़कर सप्ताह के बाकी दिन वंदे भारत ट्रेन चलाने के प्रस्ताव भेजे गए हैं।
क्या होगा खास
वही इस ट्रेन के संचालन के साथ ही यूपी से राजस्थान तक पहले वंदे भारत का कनेक्टिविटी जुड़ेगी। पर्यटन, व्यापार. शिक्षा और सरकारी कार्यों के लिए बेहतर यात्रा विकल्प मिल सकेंगे। दिल्ली की भीड़ से बचकर सीधे इस रूट से यात्रा कर सकेंगे। दोनों राज्यों के बीच आर्थिक और सामाजिक जुड़ाव को बढ़ावा मिलेगा।