यूपी में सरकारी भर्ती घोटाला, एक व्यक्ति के नाम पर 6 जगह नौकरी, सीएम योगी ने लिया संज्ञान

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By Abhishek SinghPublished On: September 9, 2025

उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में 2016 में एक्स-रे तकनीशियन के पद पर भर्ती होने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसने एक ही नाम का इस्तेमाल कर छह अलग-अलग जिलों में नौकरी हासिल की। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की निदेशक (पराचिकित्सा) डॉ. रंजना खरे की शिकायत के अनुसार आरोपी ने कथित रूप से जाली दस्तावेजों का उपयोग कर अर्पित सिंह नाम के अभ्यर्थी के रूप में नियुक्ति प्राप्त की। अर्पित सिंह का नाम 2016 में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा प्रकाशित भर्ती सूची में क्रमांक 80 पर था।


सीएम योगी का बयान

योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पहले किस प्रकार की भर्तियां होती थीं, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं। हमें कई मामलों को सीबीआई को भेजना पड़ा। अब सामने आ रहा है कि एक व्यक्ति ने आठ-आठ स्थानों पर नियुक्ति लेकर वेतन प्राप्त किया। जांच के दौरान यह तथ्य उजागर हुआ।”

इस बीच, लखनऊ पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की जाँच जारी है और दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने दर्ज किया मामला

वजीरगंज थाने में दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कथित धोखाधड़ी के चलते बलरामपुर, फर्रुखाबाद, रामपुर, बांदा, अमरोहा और शामली जिलों में नियुक्तियां दी गईं, जिसमें उक्त व्यक्ति 2016 से वेतन प्राप्त कर रहा था और राज्य को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। यह मामला सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कनिष्ठ सहायक और एक्स-रे टेक्नीशियनों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान इस मामले को उजागर करने के कुछ ही घंटों बाद दर्ज किया गया।