महंगा हुआ सफर! अब देना पड़ेगा इतना टोल टैक्स, यात्रियों की जेब पर पड़ेगा असर

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर टोल दरों में 1 अप्रैल से 5 रुपये से लेकर 40 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है, जिसका असर निजी और व्यावसायिक दोनों प्रकार के वाहनों पर पड़ेगा। इस वृद्धि का कारण सड़क सुधार कार्यों और बढ़ती लागत को बताया गया है, जिससे यात्रियों को अतिरिक्त लागत का सामना करना पड़ेगा।

Srashti Bisen
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Delhi-Meerut Expressway Toll Tax : दिल्ली-देहरादून मार्ग पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक अप्रैल से एक बुरी खबर सामने आई है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर टोल दरों में वृद्धि कर दी गई है, जिसका असर निजी और व्यावसायिक दोनों प्रकार के वाहनों पर पड़ेगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने अपनी अधिसूचना में टोल दरों में 5 रुपये से लेकर 40 रुपये तक की बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस बदलाव के बाद, यात्रियों को अपनी यात्रा के दौरान ज्यादा टोल शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा।

अब, मेरठ से दिल्ली तक का सफर निजी चौपहिया वाहनों के लिए 170 रुपये का हो जाएगा। इससे पहले यह शुल्क 165 रुपये था। इसी तरह, व्यावसायिक और भारी वाहनों के लिए टोल दरों में भी 10 रुपये से 40 रुपये तक की वृद्धि की गई है। विशेषकर बड़े ट्रक, बसें और अन्य भारी वाहन अब अधिक टोल टैक्स का भुगतान करेंगे।

पिछले साल भी दरों में हुआ था संशोधन

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर टोल दरों को पिछले साल यानी एक अप्रैल से लागू किया गया था, और अब इसे फिर से संशोधित किया गया है। इस बार टोल दरों में वृद्धि का कारण बढ़ती लागत और सुधार कार्यों को बताया जा रहा है। NHAI के मुताबिक, यह वृद्धि एक अप्रैल से प्रभावी होगी।

UP के एक्सप्रेसवे पर बढ़ी टोल दरें

नेशनल हाईवे-9 के तहत आने वाले छिजारसी टोल प्लाजा पर कार, जीप और अन्य चार पहिया वाहनों के लिए टोल टैक्स में 5 रुपये की वृद्धि की गई है। इसी तरह, मेरठ एक्सप्रेसवे पर अब सराय काले खां तक यात्रा करने पर कार और जीप को 170 रुपये का टोल देना होगा, जो पहले 165 रुपये था। इसके अलावा, मेरठ से गाजियाबाद तक के टोल टैक्स में भी वृद्धि की गई है, जो अब 75 रुपये होगा, जबकि पहले यह 70 रुपये था।

भारी और व्यावसायिक वाहनों के लिए दरें अधिक

व्यावसायिक वाहनों पर भी टोल दरों में भारी वृद्धि की गई है। अब व्यवसायिक चार पहिया वाहनों को 275 रुपये का टोल टैक्स देना होगा, जो पहले 265 रुपये था। इसके अलावा, 6 टायर वाले ट्रकों और बसों का टोल टैक्स 560 रुपये से बढ़कर 580 रुपये हो गया है। 10 टायर वाले वाहनों को 630 रुपये का टोल देना होगा, जो पहले 610 रुपये था। वहीं, 12 टायर वाले ट्रकों का टोल टैक्स 905 रुपये होगा, जो पहले 875 रुपये था। ट्रोला वाहनों के लिए भी टोल दर में बढ़ोतरी हुई है, जो अब 1105 रुपये होगी, जबकि पहले यह 1065 रुपये थी।

यात्रियों को करना होगा अतिरिक्त लागत का वहन

इन बढ़ी हुई टोल दरों से यात्रियों की जेब पर सीधा असर पड़ेगा, खासकर उन लोगों पर जो नियमित रूप से इस मार्ग से यात्रा करते हैं। हालांकि, NHAI का कहना है कि यह बढ़ोतरी बेहतर सड़क सुविधाओं और सुधार कार्यों के लिए की गई है, ताकि यातायात अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक हो सके।