उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार को हुए सड़क हादसे में हुई जनहानि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजन को दो-दो लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का आदेश दिया है। इसके साथ ही घायलों का इलाज पूरी तरह से राज्य सरकार के खर्चे पर सुनिश्चित किया जाएगा।
ट्रक ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को पीछे से मारी टक्कर
बुलंदशहर जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को पीछे से टक्कर मारने से भयावह हादसा हुआ, जिसमें दो बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई और 43 अन्य घायल हो गए। यह दुर्घटना रविवार देर रात लगभग दो बजे बुलंदशहर-अलीगढ़ सीमा के पास अरनिया बाईपास पर हुई, जब एक ट्रक ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को पीछे से टक्कर मारी, जिससे ट्रॉली पलट गई। बताया गया है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली में कुल 61 लोग सवार थे, जो कासगंज जिले के रफातपुर गांव से राजस्थान के जाहर पीर की तीर्थयात्रा पर जा रहे थे। घायलों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों समेत विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
सीएम योगी ने घायलों के तत्काल और उचित इलाज के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने जिला प्रशासन को राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों के समुचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रभु श्री राम से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए
पुलिस ने बताया कि हादसे में 10 यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं। घायलों में से 10 को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज, 10 को बुलंदशहर जिला अस्पताल और 23 को खुर्जा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान ट्रैक्टर चालक ईयू बाबू (40), रामबेटी (65), चांदनी (12), घनीराम (40), मोक्षी (40), शिवांश (6), योगेश (50) और विनोद (45) के रूप में हुई है, जो सभी कासगंज जिले के निवासी थे। 43 घायलों में से 12 की आयु 18 वर्ष से कम है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।