कांग्रेस के मोहब्बत की दुकान की राजनीति चलता देख भाजपा इसकी हवा निकालने में जुट गई है। भाजपा के केंद्रीय मंत्री समेत पार्टी सांसदों ने राहुल गांधी के मोहब्बत की दुकान पर सीधा हमला बोल दिया है। कांग्रेस शासनकाल के आंकड़ों और नरसंहारों की फेरहिस्त जारी कर भाजपा ने मोहब्बत की दुकान पर सवाल उठाया है। केंद्रीय बाल विकास व अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के मुस्लिम प्रेम की पोल खोलने के लिए आंकड़े दिए। उन्होंने कहा कि गांधी खानदान अपने आपको मुस्लिम समुदाय का संरक्षक बताता है।
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उनसे यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि उनकी सरकार में भारत सरकार ने महज 12 हजार करोड़ रुपए का खर्च दिखाया था, जबकि पिछले नौ सालों के दौरान मोदी सरकार ने 31,450 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इतना ही नहीं इनके स्कॉलरशिप के लिए भी कांग्रेस सरकार ने केवल 860 करोड़ रुपये का आवंटन किया था, जबकि मोदी सरकार ने 2,691 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। इसके अलावा ईरानी ने मोदी सरकार के 9 साल की उपलब्धियां भी गिनाई। सरकार द्वारा महिलाओं के लिए किए गए कार्यो की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की हर आंगनवाड़ी को स्मार्ट फोन से जोड़ा है। अब तक 11 लाख स्मार्ट फोन वितरित किए जा चुके हैं। सरकार ने पोषण ट्रैकर नामक एक व्यवस्था स्थापित की है। जिसके चलते 9 करोड़ से अधिक लाभार्थी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं।
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वहीं दूसरी ओर भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस द्वारा पूर्व में फैलाए गए नफरत की दुकान की याद दिलाई। भाजपा की ओर से सांसद राज्यवर्धन राठौड़, पूनम महाजन और प्रवेश सिंह वर्मा ने राहुल गांधी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने चार विषयों का उल्लेख किया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि मोहब्बत की दुकान की असलियत यह है कि कांग्रेस के शासनकाल में सबसे अधिक दंगे और नफरत की दुकानें फैलाई गई। सांसदों ने यह भी लिखा कि नेहरू—गांधी परिवारों ने कांग्रेस नेताओं के साथ किस प्रकार बदसलूकी की।
उन्होंने इसके लिए सरदार पटेल की मृत्यु तक का उल्लेख किया। जिसमें नेहरू ने अपने मंत्रियों और अधिकारियों को दाह संस्कार में जाने से मना किया था। इसके अलावा सांसदों ने राहुल गांधी को यह भी लिखा कि आपके परिवारों ने अपने ही रिश्तेदारों के साथ किए गए अमानवीय व्यवहारों का भी जिक्र किया। वहीं देश के महान विभूतियों के प्रति गांधी परिवार की नफरत का भी उल्लेख कर राहुल गांधी को मोहब्बत की दुकान की असलियत याद दिलाई।