आईसीएआई की इंदौर सीए शाखा की दो दिवसीय बैंक ऑडिट पर नैशनल कॉन्फ्रेंस का आज पहला दिन

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By Shivani RathorePublished On: March 22, 2024

दिल्ली की प्रोफेशनल डेवेलपमेंट कमेटी के तत्वाधान में इंदौर सीए शाखा द्वारा आयोजित बैंक ऑडिट पर कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ हुआ। इंदौर सीए शाखा के चेयरमैन सीए अतिशय खासगीवाला ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि पावर BI, डाटा एनालिटिकस और टेक्नोलॉजी के समय मे ऑडिट करना और उसमे गलतिया निकालना दोनों एक दक्षता पूर्ण कार्य हो गया है। अब सिस्टम मे गर्त मे जाकर ऑडिटर को गलतिया निकालना पड़ती है। बैंक मे बढ़ रहे एनपीए को देखते हुए बैंकर के साथ ऑडिटर की भी जिम्मेदारियां है कि प्रत्येक फाइल का गहन विश्लेषण कर हर एंगल से विचार करना चाहिए। बैंको के आपसी प्रतिस्पर्धा के कारण भी जल्दबाजी में काग़ज़ी गलतियां रह जाती है, समय पूर्व सभी दस्तावेज पूर्ण करना अत्यधिक जरूरी है।

कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन इंदौर जू के डायरेक्टर डॉ उत्तम यादव ने किया। उन्होंने पर्यावरण, जीव जंतुओं और मनुष्य के आपसी तालमेल के बारे मे बताया। उन्होंने कहा कि शोक शोक में हम अपने घरों मे कई प्रकार के जीव जंतुओं को या पौधे घरों में रखते है और मन भर जाने के बाद उन्हें जंगल में छोड़ देते है, इसमे तकलीफ की बात यह है कि कई प्रकार के जीव जंतु, वनस्पति आदि वातावरण में ठीक से नहीं रह पाते और कई बार पूरा वातावरण खराब भी कर सकते है, ऐसे मे उचित सलाह और ज्ञान लेकर ही कार्य करना चाहिए।

आईसीएआई की इंदौर सीए शाखा की दो दिवसीय बैंक ऑडिट पर नैशनल कॉन्फ्रेंस का आज पहला दिन

सूरत से आए सीए गोपाल धकान ने बैंक के लोन का ऑडिट, इंकम रिकॉर्डिंग और ऐसेट क्लासिफिकेशन पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कई बार सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट की गारंटी पर दिए गए लोन के डिफॉल्ट पर सही तरीके से क्लासिफिकेशन नहीं होता है, ऑडिटर यह जरूर देखे कि सरकारी गारंटी वापस तो नहीं ले ली गई है। सभी सर्कुलर की स्टडी करना चाहिये।

कानपुर से आए सीए अनिल सक्सेना ने ऑडिट के समय सभी दस्तावेज संग्रहित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऑडिटर सबसे सॉफ्ट टार्गेट होता है, फ्रॉड का पता बाद मे चलता है ऐसे समय मे ऑडिट के दौरान इकठ्ठा किए दस्तावेज बहुत काम आते है।
हैदराबाद से आए सीए सरन कुमार ने एक्सेल के माध्यम से ऑडिट करना, रिपोर्ट जनरेटर करना और उसका एनालिसिस किस तरह से किया जा सकता है इसपर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा सीबीएस एनवायरनमेंट में बैंक की समस्त रिपोर्ट सिस्टम से निकाल कर एक्सेल के माध्यम से एनालिसिस किया जा सकता है।

कॉन्फ्रेंस में प्रोफेसर कपिल सूरी, रीजन सदस्य कीर्ति जोशी, पूर्व अध्यक्ष आनंद जैन ने भी संबोधित किया। कॉन्फ्रेंस के विभिन्न सत्रों का संचालन सचिव अमितेश जैन, स्वर्णिम गुप्ता और सीए मौसम राठी ने किया। कॉन्फ्रेंस में सीए अभय शर्मा, सीए अतुल खण्डेलवाल, सीए भरत अग्रवाल सहित इंदौर, देवास, उज्जैन, खरगोन, खण्डवा, पाटन, जबलपुर सहित पूरे प्रदेश से 500 सदस्य उपस्थित थे।