एमपी में कल से खुलेंगे टाइगर रिजर्व, जानिए कैसे करें सफारी की एडवांस बुकिंग

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By Raj RathorePublished On: September 30, 2025

मानसूनी बारिश अब धीरे-धीरे प्रदेश से विदा ले रही है और इस मौसम के बाद प्रकृति का हरियाली भरा रूप दिखाई दे रहा है। ऐसे में मध्यप्रदेश, जिसे “टाइगर और चीता स्टेट” कहा जाता है, में जंगल सफारी का सीजन फिर से शुरू होने जा रहा है। वन्यजीवन और हरियाली का आनंद लेने के लिए सैलानी एक अक्टूबर से पार्कों में प्रवेश कर सकेंगे। बाघों की दहाड़, हाथियों की चिंघाड़ और पक्षियों की चहचहाहट सुनने का अनुभव अब वास्तविकता बनने वाला है।

कोर जोन की तैयारी और बुकिंग स्थिति


प्रदेश के अधिकांश नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व का कोर जोन एक अक्टूबर से खुल जाएगा। सैलानी पहले से ही एडवांस बुकिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, और कई जगह अक्टूबर के शुरुआती दिनों में बुकिंग लगभग भर चुकी है। यही वजह है कि जंगल सफारी का अनुभव लेने वाले लोगों को जल्द ही अपनी योजना फाइनल करने की सलाह दी जा रही है।

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में थोड़ी देर

सतपुड़ा के कोर जोन में सफारी अभी 10 अक्टूबर तक बंद रहेगा। पिछले मानसून में हुई तेज बारिश के कारण मढ़ई और चूरना मार्ग काफी खराब हो गए हैं। फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा ने हाल ही में निरीक्षण कर यह निर्णय लिया है कि पर्यटक इस समय क्षेत्र में प्रवेश न करें।

कैसे पहुंचे टाइगर रिजर्व

मध्यप्रदेश के नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व तक पहुंचने के लिए नजदीकी एयरपोर्ट भोपाल, जबलपुर, बनारस, प्रयागराज और नागपुर हैं। रेलवे द्वारा आने वाले सैलानियों के लिए नर्मदापुरम, शहडोल, सिवनी, दमोह और मंडला फोर्ट स्टेशन सुविधाजनक हैं। निजी वाहन से भी आसानी से पार्कों तक पहुंचा जा सकता है।

वन्यजीवन की झलक

सैलानी जंगल सफारी के दौरान बाघ, चीता (कूनो में), तेंदुआ, हाथी, बायसन, चीतल, हिरण, बारहसिंघा, गौर, भालू, सांभर, चौसिंगा, और चिंकारा के साथ ही विलुप्त प्रजातियों के पक्षी भी देख सकते हैं। यह अवसर वन्यजीवन के शौकीनों के लिए अनमोल है।

मुख्य टाइगर रिजर्व और उनके क्षेत्र

मध्यप्रदेश में कुल 10 प्रमुख टाइगर रिजर्व हैं। इनमें संजय दुबरी (सीधी), पन्ना (छतरपुर), सतपुड़ा (नर्मदापुरम), कान्हा (मंडला-बालाघाट), बांधवगढ़ (शहडोल), पेंच (सिवनी-छिंदवाड़ा), वीरांगना दुर्गावती (दमोह), डॉ. विष्णु वाकणकर (भोपाल-सीहोर), माधव-शिवपुरी और नौरादेही (सागर) शामिल हैं।

बांधवगढ़ और कान्हा टाइगर रिजर्व की जानकारी

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व लगभग 1536 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है। पार्क प्रबंधन ने टिकट दर में 10% और गाइड चार्ज में 65% की बढ़ोतरी की है। नजदीकी एयरपोर्ट जबलपुर है और रेलवे द्वारा उमरिया स्टेशन सबसे सुविधाजनक है। कान्हा रिजर्व मंडला-बालाघाट में लगभग 2,051.74 वर्ग किमी में फैला है। यहाँ का नजदीकी एयरपोर्ट भी जबलपुर है और चिरईडोंगरी रेलवे स्टेशन सबसे पास है।

पेंच टाइगर रिजर्व और आकर्षण

पेंच टाइगर रिजर्व मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्र में फैला है। यहाँ ब्लैक पैंथर कभी-कभी दिखाई देते हैं, जो सैलानियों के लिए बड़ा आकर्षण है।

प्रदेश के अन्य नेशनल पार्क

मध्यप्रदेश में वन विहार (भोपाल), कूनो पालपुर (श्योपुर), माधव-शिवपुरी, कान्हा- मंडला- बालाघाट, बांधवगढ़ (उमरिया), सतपुड़ा (भोपाल), पेंच (सिवनी-छिंदवाड़ा), पन्ना (पन्ना), डायनासोर जीवाश्म पार्क (धार), रानी दुर्गावती (दमोह), और संजय दुबरी (सीधी-सिंगरौली) प्रमुख हैं।

एडवांस बुकिंग की प्रक्रिया

जंगल सफारी का अनुभव लेने के लिए सैलानी मध्यप्रदेश वन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://forest.mponline.gov.in पर जाकर एडवांस बुकिंग कर सकते हैं। इसके अलावा, अपने पसंदीदा टाइगर रिजर्व या नेशनल पार्क की आधिकारिक साइट पर भी बुकिंग उपलब्ध है।