सोमवार सुबह ईसाइयों के प्रमुख धार्मिक नेता पोप फ्रांसिस का निधन हो गया, जिससे दुनियाभर में शोक की लहर दौड़ गई है। भारत में भी उनके निधन पर कई राजनेताओं ने शोक व्यक्त किया और संवेदनाएं दीं। इसके साथ ही भारतीय सरकार ने पोप फ्रांसिस के निधन पर तीन दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है।
इन तीन दिनों तक राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका कर रखा जाएगा और किसी भी आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है।

राजकीय शोक के दौरान क्या-क्या होगा?
राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा
शोक के दिनों में भारत के सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, जो शोक और श्रद्धांजलि की भावना को प्रदर्शित करेगा।
सरकारी कार्यक्रमों पर रोक
सभी प्रकार के सरकारी समारोहों, सांस्कृतिक और मनोरंजन कार्यक्रमों को रद्द कर दिया जाएगा। इससे देशभर में शोक और श्रद्धांजलि की संजीदा स्थिति बनी रहेगी।
मनोरंजन गतिविधियों पर प्रतिबंध
सिनेमा हॉल, थिएटर और अन्य मनोरंजन स्थलों पर कार्यक्रम रद्द किए जाएंगे, और टीवी चैनल्स पर भी श्रद्धांजलि से संबंधित कार्यक्रम प्रसारित होंगे।
सरकारी स्कूल और कार्यालय
आमतौर पर सरकारी कार्यालय और स्कूल खुले रहते हैं, लेकिन किसी विशेष नेतृत्व की मृत्यु पर इन्हें बंद भी किया जा सकता है।
पोप फ्रांसिस का जीवन और कार्य
पोप फ्रांसिस, जिनका जन्म अर्जेंटीना में हुआ था, अपने जीवन में कई ऐतिहासिक कार्यों के लिए प्रसिद्ध हुए। मार्च 2013 में उन्हें रोमन कैथोलिक चर्च का प्रमुख चुना गया था। उन्होंने अपनी सादगी, पर्यावरणीय जागरूकता और सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से दुनिया भर में एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उनका संदेश हमेशा कमजोर वर्गों की मदद करने, पर्यावरण के संरक्षण और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देने के लिए था।