एमपी के इन नर्सिंग कॉलेजों को जल्द मिल सकती है मान्यता, छात्रों को मिलेगा एडमिशन का नया मौका

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By Raj RathorePublished On: October 3, 2025

मध्यप्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों से जुड़े फर्जीवाड़े ने एक समय पूरे शिक्षा जगत को हिला दिया था। लगातार शिकायतें आने और कई स्तरों पर हुई जांचों के बाद अब मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल पूरी सतर्कता बरत रही है। यही वजह है कि इस बार मान्यता की प्रक्रिया में कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है। काउंसिल हर कॉलेज को बारीकी से जांचकर ही मान्यता दे रही है। इसी का नतीजा है कि 21 शासकीय नर्सिंग कॉलेजों में से फिलहाल सिर्फ 8 कॉलेजों को ही मान्यता मिली है। ये कॉलेज पहले चरण की काउंसलिंग में शामिल हो चुके हैं।

अभी बाकी कॉलेजों को इंतजार करना होगा


मान्यता की प्रक्रिया जारी है और उम्मीद जताई जा रही है कि अक्टूबर के अंत तक जिन कॉलेजों में व्यवस्थाओं की कमियां दूर हो जाएंगी, उन्हें भी मान्यता दी जा सकती है। इसका मतलब यह है कि प्रवेश प्रक्रिया के प्रतिभागियों को आगे और भी विकल्प मिलेंगे। फिलहाल, पहले चरण की काउंसलिंग 18 अक्टूबर तक पूरी हो जाएगी। इसके ठीक एक हफ्ते बाद दूसरे चरण की काउंसलिंग शुरू होने की संभावना है। तब तक जो कॉलेज मानकों पर खरे उतर जाएंगे, उन्हें भी शामिल कर लिया जाएगा।

फर्जीवाड़े के बाद जांच और कार्रवाई

नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़े का मामला काफी गंभीर था। इस मामले की दो बार सीबीआई जांच भी हो चुकी है। जांच के दौरान कॉलेजों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। जिसमें उपयुक्त (Suitable), अनुपयुक्त (Unsuitable), कमियों वाले (With Deficiencies) शामिल है।

इसके बाद मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। कोर्ट के आदेश पर गठित समिति ने सभी कॉलेजों की फिर से जांच की और स्पष्ट रूप से बताया कि कौन-से कॉलेज मानकों पर खरे उतरते हैं और किन्हें सुधार की जरूरत है। हाल ही में काउंसिल ने इन्हीं रिपोर्ट्स के आधार पर कॉलेजों को मान्यता देना शुरू किया है।

मान्यता की लिस्ट और बढ़ी सीटें

मान्यता की पहली लिस्ट जारी होने के अगले ही दिन 4 शासकीय और 24 निजी नर्सिंग कॉलेजों को हरी झंडी मिल गई। इन कॉलेजों को तुरंत काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल कर लिया गया है। इससे छात्रों के लिए कुल 1431 नई सीटें उपलब्ध हो गई हैं। यह प्रक्रिया अभी चल रही है और दूसरे चरण की काउंसलिंग से पहले भी और कॉलेज जुड़ सकते हैं।

छात्रों के लिए राहत की खबर

इस पूरी प्रक्रिया का सबसे बड़ा फायदा नर्सिंग की पढ़ाई करना चाहने वाले छात्रों को मिलेगा। अब उन्हें यह भरोसा रहेगा कि जिस कॉलेज में वे प्रवेश ले रहे हैं, वह न केवल मान्यता प्राप्त है बल्कि तय मानकों पर भी खरा उतरा है। जिन कॉलेजों को अभी तक मान्यता नहीं मिली है, वे अगर जल्दी अपनी कमियां दूर कर लेते हैं तो छात्रों के लिए विकल्प और बढ़ जाएंगे।