जमीन रजिस्ट्री में हुए ये 4 बड़े बदलाव, अब 2025 में ऐसे होगा पंजीकरण, जानें संपूर्ण प्रक्रिया

Meghraj
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सरकार ने देश में संपत्ति रजिस्ट्री प्रक्रिया में अहम् बदलाव किए है। इन परिवर्तनों का उद्देश्य डिजिटल तकनीक का लाभ उठाकर संपत्ति रजिस्ट्री प्रक्रिया को तेज़, सुरक्षित और अधिक पारदर्शी बनाना है। सरकार द्वारा अपडेट किए गए यह नियम धोखाधड़ी को कम करने, प्रक्रियाओं को सरल बनाने और निपुणता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

भूमि पंजीकरण आपकी संपत्ति को मान्य करने और भारत सरकार के साथ अपनी भूमि को पंजीकृत करने की एक कानूनी प्रक्रिया है। इन नए नियमों में आपकी भूमि को पंजीकृत करने की एक डिजिटल प्रक्रिया शामिल है, जिसे 1 जनवरी, 2025 से लागू किया गया है।

भूमि पंजीकरण में डिजिटलीकरण

भारत में हाल के वर्षों में डिजिटलीकरण में जबरदस्त तेजी देखी गई है। लगभग हर चीज़ डिजिटल हो गई है, यहाँ तक कि रियल एस्टेट में भी, पूछताछ से लेकर वर्चुअल होम टूर तक, सभी डिजिटलीकरण है। हम काफ़ी आगे बढ़ चुके हैं। लेकिन, प्रॉपर्टी रजिस्ट्री के लिए हम अभी भी 90 के दशक की तरह वही तरीका अपना रहे हैं, जो न सिर्फ़ असुविधाजनक है, बल्कि समय लेने वाला भी है। जिसके चलते सरकार ने इसे ज़्यादा सुविधाजनक और पारदर्शी बनाने के लिए कुछ बदलाव किए हैं।

भूमि पंजीकरण में क्या हैं बड़े बदलाव?

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

  • सभी दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड किए जाएंगे।
  • रजिस्ट्रार के दफ्तर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
  • डिजिटल सिग्नेचर और सर्टिफिकेट जल्दी मिल जाएगा।
  • प्रक्रिया तेज और पारदर्शी होगी।

आधार कार्ड लिंकिंग

  • आधार कार्ड को प्रॉपर्टी रिकॉर्ड से लिंक करना होगा।
  • बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से धोखाधड़ी पर रोक लगेगी।
  • अवैध (बेनामी) प्रॉपर्टी को ट्रैक करना आसान होगा।

रजिस्ट्रेशन की वीडियो रिकॉर्डिंग

  • क्रेता-विक्रेता(buyer-seller) रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया रिकॉर्ड की जाएगी।
  • विवाद की स्थिति में इस वीडियो को सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।

ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम

  • रजिस्ट्री फीस और स्टांप ड्यूटी का भुगतान क्रेडिट/डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग या यूपीआई से किया जा सकेगा।
  • नकद भुगतान की अनुमति नहीं होगी।
  • इससे भ्रष्टाचार कम होगा और भुगतान तेजी से होगा।

भूमि पंजीकरण के लिए संपूर्ण प्रक्रिया

  • ऑनलाइन आवेदन करें – सरकारी वेबसाइट पर जाएँ और आवेदन करें।
  • दस्तावेज़ अपलोड करें – अपनी संपत्ति के कागजात की स्कैन की गई प्रतियाँ जमा करें।
  • शुल्क का भुगतान करें – UPI, कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान करें।
  • वेरिफिकेशन– सरकारी अधिकारी आपके दस्तावेज़ों का ऑनलाइन वेरिफिकेशन करेंगे।
  • अपॉइंटमेंट लें – आपको बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के लिए एक तारीख मिलेगी।
  • बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन– फिंगरप्रिंट और आधार वेरिफिकेशन के लिए कार्यालय जाएँ।
  • डिजिटल हस्ताक्षर – रजिस्ट्रार दस्तावेज़ों पर डिजिटल रूप से हस्ताक्षर करेंगे।
  • अपने दस्तावेज़ प्राप्त करें – आपको अपनी संपत्ति का डिजिटल प्रमाणपत्र मिलेगा।

भूमि पंजीकरण के लिए जरुरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • संपत्ति के कागजात
  • गैर-भार प्रमाणपत्र (प्रमाण कि संपत्ति ऋण-मुक्त है)
  • राजस्व रिकॉर्ड
  • नगरपालिका कर रसीदें