अंतरिक्ष का सफर न केवल रोमांचक होता है, बल्कि कभी-कभी यह चुनौतीपूर्ण और अनिश्चितताओं से भी भरपूर हो सकता है। हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर एक मिशन के दौरान दो अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स और बूच विलमोर को आठ दिन के मिशन के बजाय कुल 286 दिन बिताने पड़े। हालांकि, स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन यान ने उन्हें सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाया।
लेकिन यह पहला मौका नहीं था जब किसी मिशन में अप्रत्याशित लंबाई आई हो। आइए जानते हैं ऐसे कुछ ऐतिहासिक उदाहरणों के बारे में, जहां अंतरिक्ष यात्रियों ने कठिन परिस्थितियों में लंबा समय बिताया और इतिहास रचा।

313 दिन तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा था
1991 में सोवियत अंतरिक्ष यात्री सर्गेई क्रिकालेव को मिर स्पेस स्टेशन पर चार महीने के मिशन पर भेजा गया था, लेकिन सोवियत संघ के टूटने के कारण उनके मिशन में अप्रत्याशित बदलाव आया। सरकार के पास उन्हें वापस लाने के लिए आवश्यक संसाधन नहीं थे, और सर्गेई को 313 दिन तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा। मजे की बात यह है कि जब वे पृथ्वी पर लौटे, तो उस समय तक सोवियत संघ का अस्तित्व ही नहीं था। उन्हें “सोवियत यूनियन का आखिरी नागरिक” भी कहा गया।
तीन महीने से ज्यादा ISS पर फंसे थे ये तीन अंतरिक्ष यात्री
2003 में, नासा ने तीन अंतरिक्ष यात्रियों केन बोर्सेक्स, डोनाल्ड पेटिट और निकोलाई बुखारिन को आईएसएस भेजा था, लेकिन उसी साल कोलंबिया अंतरिक्ष यान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला सहित सात लोगों की जान चली गई। इस हादसे के बाद नासा ने सभी उड़ानें रोक दीं, जिससे तीनों अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर पांच महीने और फंसे रहे। अंत में उन्हें एक रूसी कैप्सूल के जरिए सुरक्षित पृथ्वी पर लाया गया।
अब तक अंतरिक्ष में सबसे अधिक दिनों तक रहने वाले यात्री थे ये
2022 में, नासा के फ्रैंक रुबियो और रूसी अंतरिक्ष यात्री सर्गेई प्रोकोपयेव और दिमित्रि पेतलिन को ISS पर छह महीने के मिशन पर भेजा गया था। लेकिन दुर्भाग्यवश, सोयुज कैप्सूल को अंतरिक्ष में तैरते मलबे से टक्कर लग गई और वह क्षतिग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना के कारण उन्हें 371 दिन तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा, जो अब तक किसी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री का सबसे लंबा मिशन बन गया। अंततः, 2023 में नासा ने दूसरा कैप्सूल भेजकर उन्हें सुरक्षित वापस लाया।