ओंकारेश्वर मंदिर में मिलावटी मिठाई पर कड़ी कार्रवाई, ₹2.53 लाख की प्रसादी जब्त, बिना लाइसेंस वाली दुकान को किया सील

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By Pinal PatidarPublished On: November 6, 2025

पवित्र तीर्थ स्थल ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ करने वालों पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। मंदिर परिसर में प्रसाद के रूप में मिलावटी मिठाई बेचने की शिकायतों के बाद जिला कलेक्टर ऋषव गुप्ता के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने सोमवार को मंदिर क्षेत्र की कई दुकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान लगभग ₹2.53 लाख मूल्य की संदिग्ध मिठाई जब्त की गई और एक दुकान को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया। यह कदम प्रशासन की उस सख्त नीति को दर्शाता है जिसमें धार्मिक स्थलों पर खाद्य सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

मिठाई में मिली मिलावट, दुकान मालिक पर कार्रवाई



जानकारी के मुताबिक, “ओंकार पेड़ा भंडार” नामक दुकान (क्रमांक-2) के संचालक समाधान पिता दत्तात्रय धस और मालिक नायनेश्वर पिता आत्माराम मोहिते महाराष्ट्र से मिल्क केक और मावा पेड़ा जैसी प्रसादी मिठाइयां मंगवाकर बिना किसी वैध लाइसेंस के बेच रहे थे। कई श्रद्धालुओं की शिकायतें मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने कार्रवाई की और मौके पर ही मिठाई के सैंपल लिए। प्रारंभिक जांच में मिठाई में मिलावट की पुष्टि हुई। अधिकारी संजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि कुल 300 किलो मावा पेड़ा (कीमत ₹1,20,000) और 334.5 किलो मिल्क केक (कीमत ₹1,33,800) जब्त की गई। कुल मिलाकर ₹2,53,800 मूल्य की मिठाई बरामद की गई है।

दुकान को सील, सैंपल भेजे गए लैब

खाद्य विभाग की टीम ने मौके पर जांच के बाद दुकान को आगामी आदेश तक सील कर दिया है। साथ ही मिठाई के सैंपल प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं ताकि रासायनिक जांच के बाद सटीक रिपोर्ट प्राप्त की जा सके। यह भी पाया गया कि दुकान बिना वैध खाद्य अनुज्ञप्ति (लाइसेंस) के संचालित की जा रही थी। इस कार्रवाई में एसडीएम पंकज वर्मा, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजीव मिश्रा, खाद्य अधिकारी राधेश्याम गोले, नायब तहसीलदार उदय मंडलोई और लैब केमिस्ट विनय साकेत शामिल थे। टीम ने दुकानदार को चेतावनी दी है कि आदेश के बिना दुकान दोबारा खोली गई तो सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ पर प्रशासन सख्त

प्रशासन ने स्पष्ट कहा है कि ओंकारेश्वर जैसे धार्मिक स्थल पर मिलावटी प्रसाद या खाद्य सामग्री बेचना न केवल श्रद्धालुओं की आस्था के साथ धोखा है, बल्कि जनस्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा है। कलेक्टर ने आम श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल उन दुकानों से प्रसाद सामग्री खरीदें जिनके पास वैध लाइसेंस और अनुज्ञप्ति हो। यदि किसी को भी संदिग्ध मिठाई या मिलावट का संदेह हो तो तत्काल प्रशासन को सूचित करें।

मिलावटखोरों के लिए सख्त चेतावनी

यह कार्रवाई प्रशासन की ओर से उन दुकानदारों के लिए कड़ा संदेश है जो धार्मिक आस्था और स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते हैं। ओंकारेश्वर में यह पहली बड़ी कार्रवाई नहीं है इससे पहले भी कई बार मिलावट के मामलों में चेतावनी दी गई थी, लेकिन अब प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दिया है कि भविष्य में ऐसे मामलों में दुकानें सील करने के साथ-साथ मुकदमा दर्ज करने तक की कार्रवाई की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आस्था की पवित्रता को बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता बताई गई है।