PM Modi Varanasi visit: काशी विश्वनाथ मंदिर में पीएम मोदी के दौरे की तैयारियां तेज, गंगा आरती कर जनसभा को करेंगे संबोधित

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By Sandeep SharmaPublished On: June 17, 2024

प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार शपथ लेने के बाद कल मंगलवार अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे, जहां वे किसानों से बातचीत करेंगे और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में गंगा आरती में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी दौरा 4.5 घंटे तक चलेगा। जिसके बाद वे शाम 4 बजे बाबतपुर के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेंगे। और 19 जून सुबह के समय पीएम बरेका हेलीपैड से एयरपोर्ट और वहां से दिल्ली के लिए निकल जायेंगे।

यह खबर दरअसल वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के मौके पर काशी में भाजपा द्वारा की जा रही तैयारियों के बारे में है। मोदी जी अपने वाराणसी चुनावी क्षेत्र में जनसभा आयोजित करने के लिए जा रहे हैं। उनके स्वागत की तैयारियाँ जोरो-शोरो से शुरू हो चुकी हैं और विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बन रही है। वाराणसी एयरपोर्ट से लेकर समारोह स्थल तक की सड़कों पर काफी तैयारी की जा रही है ताकि स्थानीय लोगों को मोदी जी का स्वागत अच्छे से किया जा सके। गंगा घाट पर पूजा-अर्चना के साथ उनकी जनसभा की शुरुआत होगी। जिसमें उन्होंने किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त का वितरण करने की घोषणा की है। इसके तहत वाराणसी के 2,76,665 किसानों को लगभग 20,000 करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। यह योजना का मुख्य उद्देश्य है किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उनके जीवन को सुधारना। मोदी जी का इस प्रकार का समर्थन और स्वागत वाराणसी में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा तैयार किया जा रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार, उनका दौरा मुख्य रूप से क्षेत्र के किसानों को सम्मानित करने के लिए है। कार्यक्रम की व्यवस्था के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। भाजपा के काशी अध्यक्ष दिलीप पटेल ने कहा, यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार वाराणसी से सांसद और तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।

यह सुखद आश्चर्य है कि प्रधानमंत्री का पिछला धाम दौरा गंगा सप्तमी के दिन हुआ था। इस साल भी मां गंगा का त्रिदिवसीय महोत्सव आज से शुरू हो रहा है और प्रधानमंत्री इसी दौरान पहुंच रहे हैं। मोदी को वाराणसी सीट के लिए अपने पूर्व प्रतिद्वंद्वी अजय राय की आलोचना का सामना करना पड़ा था।