मध्य प्रदेश में अब विकास की रफ्तार और भी तेज़ होने वाली है! मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक साथ कई बड़ी घोषणाएं करके प्रदेश की जनता को उत्साहित कर दिया है। सबसे बड़ी खबर विदिशा जिले के गंजबासौदा क्षेत्र से है, यहाँ के उदयपुर गाँव में अब भव्य नीलकंठेश्वर कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा! शनिवार को कुरवाई में एक विशाल जनसभा में मुख्यमंत्री ने इस योजना का ऐलान किया। यह कॉरिडोर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं होगा, बल्कि यह पर्यटन को पंख देगा और हजारों स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार के नए दरवाज़े खोलेगा।
शिक्षा और सुविधा की सौगात
मुख्यमंत्री ने सिर्फ मंदिरों तक ही अपनी घोषणाओं को सीमित नहीं रखा, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़ा कदम उठाया। उन्होंने पठारी तहसील में एक नए कॉलेज की स्थापना की घोषणा की, ताकि क्षेत्र के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए दूर न जाना पड़े। इसके अलावा, कुरवाई, लटेरी और नटेरन क्षेत्रों में 50-50 बिस्तरों वाले छात्रावास खोले जाएंगे। यह पहल खासकर ग्रामीण और पिछड़े इलाकों के उन मेहनती छात्र-छात्राओं को राहत देगी, जिन्हें पढ़ाई के लिए घर से दूर रहना पड़ता है।
विकास परियोजनाओं की बरसात
सभा से पहले, मुख्यमंत्री ने 7.36 करोड़ रुपये की लागत से बने हिनौता बांध परियोजना का लोकार्पण किया। इसके साथ ही, अकेले कुरवाई क्षेत्र के लिए 258 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का ऐलान किया गया, जिसमें सड़क, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य की ज़रूरी परियोजनाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने दिल खोलकर कहा कि मध्य प्रदेश में विकास का सिलसिला लगातार जारी रहेगा और किसी भी क्षेत्र को पीछे नहीं छोड़ा जाएगा।
श्रीकृष्ण और किसानों का वादा
अपने संबोधन में डॉ. यादव ने राज्य की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को संजोने पर ज़ोर दिया। उन्होंने घोषणा की कि भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े स्थलों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह दर्शाता है कि प्रदेश के विकास में आध्यात्मिक पहचान का भी उतना ही महत्व है। वहीं, किसानों के लिए राहत की ख़बर देते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि सोयाबीन की फसल में हुए नुकसान की भरपाई ‘भावांतर योजना’ के ज़रिए की जाएगी।
शिवपुरी को मिला 182 करोड़ का तोहफा
मुख्यमंत्री ने शिवपुरी जिले के नरवर और करैरा विधानसभा क्षेत्र को भी 182 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात दी। इसमें लगभग 49 करोड़ के काम पूरे होकर जनता को समर्पित किए गए, जबकि 136 करोड़ से ज़्यादा की लागत से 52 से अधिक नए विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया।
‘लाडली बहनों’ के सम्मान की बात
सेवा पखवाड़ा के तहत आयोजित महिला सम्मेलन में सीएम ने महिला सशक्तिकरण को अपनी सरकार की प्राथमिकता बताया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ‘लाडली बहना योजना’ महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बना रही है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि उनकी सरकार महिलाओं के सम्मान, सशक्तिकरण और शैक्षणिक मजबूती के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री की इन धमाकेदार घोषणाओं और विकास कार्यों की सौगातों का जनता ने जोरदार तालियों से स्वागत किया। मंच पर ग्वालियर सांसद और कई विधायकों की मौजूदगी ने इस आयोजन को और भी भव्य बना दिया।