Kharif MSP Rate :मोदी सरकार द्वारा देश के लाखों किसानों को बड़ी राहत दी गई है। दरअसल केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कैबिनेट बैठक में किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया गया है। मोदी सरकार ने किसानों के लिए ब्याज सहायता योजना जारी रखने का निर्णय लिया है।
साथ ही खरीफ फसलों पर MSP में 50% की बढ़ोतरी का भी निर्णय लिया गया है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में आज कई महत्वपूर्ण निर्णय हुए। जिसमें विपणन क्षेत्र 2025-26 के लिए 14 खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है।

सरकार के इस निर्णय से उत्पादकों को उनके उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सकेंगे।इसके साथ ही रागी, कपास और तिल के फसलों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। वही मोदी सरकार के फैसले के अनुरूप इस बार एमएसपी पर कुल खर्च 2.07 लाख करोड़ रुपए तक का आने वाला है।
इतना बढ़ा MSP
बता दे की 2025 26 खरीफ विपणन क्षेत्र के लिए धन के न्यूनतम समर्थन मूल्य को तीन प्रतिशत बढ़कर 2369 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। वहीं आगामी फसल वर्ष 2025 26 के लिए खरीफ सत्र के सामान्य और एक ग्रेड धान के किस्म के समर्थन मूल्य में 69 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। जिसके साथ यह बढ़कर 2389 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गए हैं। रागी में 596 प्रति क्विंटल तक की बढ़ोतरी की गई है जबकि कपास में 589 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी देखने को मिली है। तिल में 579 रुपए प्रति क्विंटल की एसपी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। लाखों किसानों को इससे राहत मिलेगी।
ज्वार (हाईब्रिड) की कीमत में 328 रूपए की वृद्धि हुई है, जिसके बाद इसकी कीमत 3,699 है। बाजरा की कीमत में 150 रूपए की वृद्धि हुई है, जिसके बाद इसकी कीमत 2,775 है। मक्का की कीमत में 175 रूपए की वृद्धि हुई है, जिसके बाद इसकी कीमत 2,400 है। तुअर/अरहर की कीमत में 328 रूपए की वृद्धि हुई है, जिसके बाद इसकी कीमत 8,000 है। मूंग की कीमत में 86 रूपए की वृद्धि हुई है, जिसके बाद इसकी कीमत 8,768 है। उड़द की कीमत में 400 रूपए की वृद्धि हुई है, जिसके बाद इसकी कीमत 7,800 है।
लोन का लाभ
वहीं संशोधित ब्याज सब्सिडी योजना वर्ष 2025 26 तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से तीन लाख तक का लोन 7% की ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाता है। समय पर ब्याज चुकाने वाले किसानों को तीन प्रतिशत का प्रोत्साहन भी दिया जाता है। जिससे उनकी प्रभावी ब्याज दर 4 प्रतिशत रह जाती है। 7 करोड़ से अधिक किसानों को अब तक इस योजना का लाभ दिया जा चुका है।