‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा…’ मैसेज के बाद हो गई छात्र की मौत, रेलवे ट्रैक पर मिला शव

रेलवे ट्रैक पर बीटेक (B.Tech) छात्र का रहस्यमयी परिस्थितियों में मिले शव के बाद सामने आए मोबाइल मैसेज ने पुलिस को उलझा दिया है। सिवनी मालवा के रहने वाले निशांक राठौर की इंस्टाग्राम आईडी से उसके पिता और दोस्तों को मैसेज पहुंचा था। जिसमें लिखा है कि गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा। भोपाल-नर्मदापुरम बरखेडा के पास रेलवे ट्रैक पर शव मिला था। परिजन इसे हत्या करार दे रहे है, जबकि पुलिस शुरुआती जांच में इसे ख़ुदकुशी मानकर चल रही है।

एमपी के भोपाल-नर्मदापुरम रेलवे ट्रैक पर जिस निशांक राठौर नाम के स्टूडेंट की लाश मिली, वह सिवनी मालवा इलाके का रहने वाला था। वह भोपाल में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। उसके पिता हरदा में सहकारिता विभाग में नौकरी करते है। जानकारी के मुताबिक वह कुछ दिनों से शहर के जवाहर चौक स्थित शास्त्री नगर में अपने दोस्त के साथ किराए के रूम में रह रहा था। इससे पहले वह करीब दो वर्ष इंद्रपुरी इलाके में एक हॉस्टल में रहता था। निशांक की फेसबुक प्रोफाइल खंगालने पर पता लगा कि उसने प्रोफाइल में खुद को नोएडा में सॉफ्टवेयर डेवलेपर बताया है।निशांक की दो बहनें है, बड़ी बहन रविवार को भोपाल में एक परीक्षा देने आई थी। निशांक के चचेरे भाई ने बताया कि दोपहर को वह अपनी बहन से मिलने साकेत नगर गया था। उसके बाद रात लगभग आठ बजे पिता उमाशंकर राठौर और कुछ दोस्तों के मोबाइल पर चौंकाने वाले मैसेज पहुंचे। यह मैसेज निशांक की इंस्टाग्राम आईडी से रिसीव हुए। जिनको पढ़कर पिता घवरा गए और उन्होंने निशांक को मोबाइल लगाया। लेकिन निशांक का मोबाइल नहीं उठा। तभी पिता ने अपने बेटे के दोस्तों को फोन किया, फिर पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

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इसी दौरान पुलिस को खबर लगी कि मिडघाट-बरखेड़ा क्षेत्र की रेलवे लाइन पर किसी का सिर कटा शव पड़ा है। जहाँ से बरामद शव की पहचान निशांक के रूप में हुई।रेलवे ट्रैक पर निशांक की सिर कटी लाश मिलने के बाद मौत की यह गुत्थी इसलिए भी उलझ गई है, क्योकि निशांक की फोटो लगी इंस्टाग्राम आईडी से जो मैसेज उसके पिता और दोस्तों को पहुंचा। वही सेंटेंस उदयपुर में टेलर मास्टर कन्हैयालाल की जघन्य हत्या करने वाले हत्यारों ने अपने वीडियो मैसेज में भी बोला था। निशांक की आईडी से जो मैसेज हुआ उसमें लिखा है कि “गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा”।बीस वर्षीय अपने बेटे निशांक की रहस्यमय मौत को उमाशंकर राठौर ख़ुदकुशी मानने तैयार नहीं है। मोबाइल पर आए बेटे के बेहद संवेदनशील मैसेज के आधार पर पिता ने हत्या की आशंका जताई है। उनका कहना है कि निशांक पढ़ने में होशियार था और उसने कभी भी किसी तरह की परेशानी का जिक्र नहीं किया। चचेरे भाई के मुताबिक निशांक की दोपहर लगभग 12 बजे दोस्त राज से बात हुई थी। उसके बाद सभी उसको मोबाइल लगाते रहे लेकिन रिसीव नहीं हुआ। पिता का कहना है कि जब निशांक के शव मिलने की खबर आई, तब भी उसके मोबाइल में घंटी जा रही थी।

संवेदनशील मैसेज का पता लगने के बाद हरकत में आई पुलिस ने घटना स्थल के दोनों ओर रास्ते के कई CCTV फुटेज खंगाले। जिसमें वह स्कूटी से जाता हुआ दिख रहा है, एक पेट्रोल पंप पर उसने अपनी गाड़ी में 450 रुपए का एक पेट्रोल भी भरवाया। परिजनों से पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि निशांक टू-व्हीलर चलाने का बहुत शौक़ीन था। भोपाल में ज्यादा ट्रैफिक और उसकी कम उम्र को देखते हुए घरवालों ने उसकी गाड़ी वापस घर बुला ली थी। लेकिन निशांक भोपाल में हर रोज 480 रुपए किराए की गाड़ी लेकर अपना शौक पूरा करता था।निशांक की मौत की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस के सामने कई एंगल आ रहे है। अभी तक की जांच में यह भी मालूम चला कि निशांक घर वालों को जानकारी दिए बगैर शेयर मार्केट में निवेश करता था। इसमें उसकी दिलचस्पी कैसे बढ़ी यह भी बड़ा सवाल है। पुलिस यह भी अनुमान लगा रही है कि शेयर में घाटा लगने की वजह से निशांक परेशान हो और उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया। वही उसके दोस्तों से हुई पुलिस पूछताछ में पता चला कि प्रखर नाम के एक दोस्त को निशांक के इंस्टाग्राम, फेसबुक आईडी पासवर्ड की जानकारी थी। जिसके बारे में प्रखर और निशांक दोनों ने बातचीत के दौरान बताया था।