महू में कांग्रेस की सभा के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा गंगा में डुबकी लगाने वाले बयान और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की मोहम्मद गजनी से तुलना करने के बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।
देशभर में इस बयान के खिलाफ कई जगहों पर प्रदर्शन हुए। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस नफरत की राजनीति फैला रही है। उन्होंने रेवंत रेड्डी के बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान नहीं, बल्कि देश के गरीबों और आदिवासियों का अपमान करार दिया। साथ ही, उन्होंने आजादी से पहले राज परिवारों की भूमिका पर राहुल गांधी के बयान को संकीर्ण मानसिकता का परिणाम बताया।
राज परिवारों ने कई साल पहले भारत में समानता और समावेशिता की नींव रखी थी। सिंधिया ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि राहुल गांधी भूल गए हैं कि बड़ौदा के महाराज सयाजी राव गायकवाड़ ने संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर को शिक्षा प्राप्त करने के लिए आर्थिक मदद दी थी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आगे कहा कि ग्वालियर के माधव राव सिंधिया महाराज प्रथम ने पिछड़े वर्गों को शैक्षणिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में शिक्षा और रोजगार के केंद्र स्थापित किए थे। राहुल गांधी को बयान देने से पहले इतिहास का अध्ययन करना चाहिए। वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे देश की संस्कृति का अपमान कर रहे हैं। जिस पर्व में करोड़ों भारतीयों की आस्था है, उसे उन्होंने मजाक बना दिया है।