Indore News : इंदौर में पिछले साल तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के बाद, इस बार गर्मी से बचाव के लिए नई पहल शुरू की गई है। प्रमुख चौराहों पर ग्रीन नेट लगाने का काम शुरू किया गया है, ताकि लोगों को दिन के समय राहत मिल सके। फिलहाल, दिन का तापमान 37 डिग्री के आसपास है, और इस बेतहाशा गर्मी से निपटने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
रविवार को लैंटर्न चौराहा पर ग्रीन नेट लगाई गई, जो कि गर्मी से राहत देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। पिछले साल भी एमआईसी सदस्य नंदकिशोर पहाड़िया ने यहां पर ग्रीन नेट लगाने की शुरुआत की थी। अब नगर निगम भी इस पहल को आगे बढ़ाते हुए कई अन्य चौराहों पर ग्रीन नेट लगाने का कार्य कर रहा है।

नंदकिशोर पहाड़िया ने बताया कि राजस्थान में उन्होंने देखा था कि गर्मी के दौरान रेड सिग्नल पर वाहन चालकों को दो मिनट रुकना भी बहुत कठिन हो जाता है, जिससे लोग लू के शिकार हो रहे थे। वहां चौराहों पर ग्रीन नेट लगाने की शुरुआत हुई थी। इंदौर में भी पिछले साल तापमान 44 डिग्री को पार कर गया था, जिससे दोपहिया चालक चौराहों पर पसीने से तर हो जाते थे। इस कारण पहाड़िया ने लैंटर्न चौराहा से इस पहल की शुरुआत की थी, और इस बार भी वह इसे लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
सामाजिक संस्थाओं की पहल और नगर निगम की भूमिका
इस बार सामाजिक संस्थाएं भी इस कार्य में सहयोग कर रही हैं और लोगों से जनसेवा में भाग लेने की अपील की गई है। मेयर पुष्यमित्र भार्गव के द्वारा 25 प्रमुख चौराहों की पहचान की जा रही है, जहां ग्रीन नेट लगाई जाएगी। इनमें राजबाड़ा चौक, बाणगंगा चौराहा, खजराना चौराहा आदि प्रमुख स्थान होंगे। नगर निगम और सामाजिक संस्थाएं मिलकर जल्दी ही इन चौराहों पर ग्रीन नेट लगाने का कार्य शुरू करेंगे।
गर्मी में मिली राहत, लेकिन आने वाले दिनों में बढ़ेगा तापमान
रविवार को गर्मी में थोड़ी राहत रही, क्योंकि बीच-बीच में बादल भी छाए रहे। इससे तापमान में कुछ गिरावट आई और दिन का तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा था। पिछले सप्ताह तीन दिन ऐसे रहे थे जब तापमान 37 डिग्री या उससे अधिक था। हालांकि, मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव के अनुसार, 20 मार्च के बाद तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। वर्तमान में राजस्थान में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय है, जो अगले दो दिनों में प्रदेश में हल्की बारिश ला सकता है।
आने वाले दिनों में गर्मी का असर
मौसम विभाग का कहना है कि 20 मार्च के बाद तापमान में अचानक वृद्धि हो सकती है। इसीलिए ग्रीन नेट लगाने का काम समय रहते शुरू किया गया है, ताकि लोगों को गर्मी के असर से बचाया जा सके।