मध्यप्रदेश में वाहन संचालकों के लिए अच्छी खबर है। मध्यप्रदेश सरकार ने यातायात के क्षेत्र में एक अच्छा कदम लिया है। इस कदम के तहत, परिवहन चेक पोस्ट को बंद करने का निर्णय लिया गया है, और इसे गुजरात मॉडल के आधार पर लागू करने का फैसला लिया है। यह नया प्रयास यातायात प्रणाली को सुगम और आवाजाही में हो रही दिक्क्तों को पूर्ण रूप से खत्म करेगा।
आपको बता दे कि,अब मध्यप्रदेश के वाहन चालक अपने वाहनों के आवागमन और ट्रांसपोर्ट को फास्ट कर सकेंगे। इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार ने गुजरात की तर्ज पर चेक पोस्ट को बंद कर चेकिंग व्यवस्था का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इस आधुनिकीकरण से वाहन मालिकों को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही वाहन चालकों के समय की बचत होगी।
इसकी जानकारी मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने दी। उन्होंने बताया कि गुजरात मॉड्ल के लागू होने तक प्रदेश में चल रहे परिवहन चेक पोस्ट पर वाहनों के आवागमन को सुगम करने के लिए 7 अस्थाई चेकपोस्ट जो की (प्राणपुर, बिलौआ, नहर, समरसा, करहाल, रानीगंज तिगेला, राजना) एवं सभी 6 चेकिंग पाईंट को आज से ही बंद करने के निर्देश दिये।
परिवहन मंत्री का कहना है कि,साथ ही चेक पोस्ट पर गाडि़यों की मेन्युअल चालानी कार्रवाई चरणबद्ध रूप से बंद की जायेगी। अब आधुनिक पी.ओ.एस मशीन से चालानी कार्यवाही की जायेगी तथा चालान की राशि ऑनलाईन जमा होगी। इसके अलावा मोटर व्हीकल एक्ट के नियमानुसार एवं खाली चलने वाली गाडि़यों पर चालानी कार्रवाई नहीं होगी। चेक पोस्ट पर नियम विरूद्ध चलने वाली गाडि़यों पर चालानी कार्रवाई भी की जाएगी।