सांसद शंकर लालवानी पहुंचे शिलांग, हनीमून पर मेघालय गए इंदौर के दंपति का अब तक नहीं मिला कोई सुराग, तलाशी अभियान तेज

इंदौर के एक दंपत्ति जो हनीमून पर शिलॉन्ग गए थे, लापता हो गए हैं। पुलिस ने उनकी तलाश के लिए सर्चिंग अभियान चलाया और सांसद शंकर लालवानी भी मामले की स्थिति की समीक्षा करने शिलॉन्ग पहुंचे। दंपत्ति की आखिरी लोकेशन मावलाखाइट गांव में पाई गई थी, और तलाश डबल डेकर रूट इलाके में जारी है, जहां पहले भी पर्यटकों के साथ दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।

Srashti Bisen
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इंदौर के एक दंपत्ति जो हनीमून पर शिलॉन्ग गए थे, लापता हो गए हैं। स्थानीय पुलिस ने उनकी खोज के लिए मंगलवार रात तक सर्चिंग अभियान चलाया, और इस दौरान दंपत्ति के दो बैग झाड़ियों के पास एक खाई में पाए गए। बुधवार सुबह फिर से तलाशी अभियान शुरू किया गया। इस मामले पर दंपत्ति के परिवार से जुड़े अर्पित चौहान ने बताया कि इंदौर पुलिस और शिलॉन्ग पुलिस दोनों उनके साथ सहयोग कर रहे हैं और सर्च ऑपरेशन जारी है।

आज सुबह सांसद शंकर लालवानी शिलॉन्ग पहुंचे

इस मामले में और कार्रवाई करते हुए, सांसद शंकर लालवानी बुधवार सुबह शिलॉन्ग पहुंचे। वे MP के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से बातचीत के बाद शिलॉन्ग पहुंचे और यहां ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी के परिजनों से मुलाकात की। लालवानी ने बताया कि वे पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे ताकि इस मामले में जल्दी से जल्दी हल निकाला जा सके।

पुलिस की सर्चिंग टीम और मोनिटरिंग

एसपी विवेक सिएम ने बताया कि दंपत्ति की मोबाइल लोकेशन आखिरी बार मावलाखाइट गांव में पाई गई थी, जिसके बाद उनकी तलाश के लिए 50 से अधिक लोगों की टीम बनाई गई। इन टीमों में स्थानीय लोग और गांव की डिफेंस पार्टी के सदस्य भी शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि बुधवार को और भी लोग सर्चिंग ऑपरेशन में मदद के लिए भेजे जाएंगे। जांच से यह सामने आया है कि राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम ने पहले नोंग्रियाट गांव में गाइड के साथ ‘लिविंग रूट्स ब्रिज’ देखा था और वहीं रात बिताई थी।

जंगल में तलाश जारी

तलाशी अभियान शिलॉन्ग से लगभग 50 किलोमीटर दूर डबल डेकर रूट के पास चल रहा है। यह जगह पेड़ों की जड़ों से बने एक प्राकृतिक पुल के लिए प्रसिद्ध है। संभावना जताई जा रही है कि दंपत्ति भी इस पुल को देखने गए होंगे। पुलिस ने इस रुट पर पहले भी कई घटनाओं के बारे में जानकारी जुटाई है।

पिछले कुछ महीनों में दुर्घटनाएं

डबल डेकर रूट के आसपास के इलाके में पहले भी पर्यटकों के साथ दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। मार्च में एक पर्यटक लापता हुआ था, और तीन दिन बाद उसका शव जंगल में क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। इसके बाद से पुलिस ने यह संभावना जताई कि पर्यटक गिरने से मरा होगा। इसी साल एक हंगेरियन पर्यटक भी ‘लिविंग रूट्स ब्रिज’ की ट्रैकिंग करते वक्त लापता हो गया था, और 12 दिन बाद उसका शव मिला था। इन घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने पर्यटकों को सलाह दी थी कि वे ट्रैकिंग या बाहर घूमने के दौरान गाइड के बिना न जाएं।

जहां वाहन मिला, वहां होती है भारी बारिश

सर्चिंग के दौरान एक दोपहिया वाहन अगले दिन सोहरारिम में मिला। यह जगह शिलॉन्ग और सोहरा के बीच स्थित है, और यह दुनिया के सबसे अधिक बारिश वाले स्थानों में से एक है, जिसे चेरापूंजी के नाम से भी जाना जाता है। यहां की भारी बारिश और कठिन भूगोल सर्च ऑपरेशन को और चुनौतीपूर्ण बना रहे हैं।